CHD बिजली कर्मचारियों ने संघर्ष की रूपरेखा तैयार
रमेश गोयत
चंडीगढ़ 10 नवंबर : यूटी पावरमैन यूनियन चंडीगढ़ ने प्रशासन द्वारा निजीकरण की गलत प्रक्रिया शुरू करने व पूर्व में यूनियन द्वारा दिए गए सुझावों पर गौर न करने व मनमर्जी के खिलाफ अपने संघर्ष की रूपरेखा तैयार कर ली है | संघर्ष की पहली कड़ी में सोमवार 11 नवंबर से सभी कार्यालयों में रोष रेलिया व प्रदर्शन किए जाएंगे | उसके बाद शीघ्र मीटिंग कर विरोध धरना होगा। जिसकी तिथि एक-दो दिन में घोषित की जायेगी,जिसमें यूटी के अलग-अलग विभागों के कर्मचारी, पड़ोसी राज्यों के बिजली कर्मचारी व अभियंता तथा अलग-अलग संस्थाओं तथा संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे | इस प्रदर्शन में चंडीगढ़ के सांसद को भी आमंत्रित किया जाएगा | उसी दिन पूरे देश के बिजली कर्मचारी व अभियंता भी अपने अपने राज्यों में प्रदर्शन करेंगे जिस बारे मे बिजली कर्मचारी व अभियंताओं की राष्ट्रीय समन्वय समिति ने भी फैसला ले लिया है | यूनियन के प्रधान ध्यान सिंह, महासचिव गोपाल दत्त जोशी, वरिष्ठ उप प्रधान अमरीक सिंह, उप प्रधान सुखविंदर सिंह, गुरमीत सिंह, स्वर्ण सिंह आदि पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि चंडीगढ़ प्रशासन 2020 में विडिंग प्रक्रिया शुरू करने की गलती दोबारा दोहरा रहा है तथा बिडिंग से पहले ट्रांसफर पॉलिसी बनाकर उस पर कर्मचारियों के एतराज लेने तथा सर्वसम्मत बहुपक्षीय एग्रीमेंट करने से पहले ही एल ओ ई की प्रक्रिया करने लगा है, जबकी प्रशासक के पूर्व सलाहकार ने यूनियन की मीटिंग में माना था कि अधिकारियों से गलती हुई है व उसे ठीक कर दिया जाएगा | लेकिन इस पर अधिकारी अब भी ध्यान देने की बजाय पुरानी गलती की पुर्नवृत्ति कर रहे हैं तथा मनमर्जी कर कर्मचारियों में भडकाहट व डर का माहौल पैदा कर रहे हैं | जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा कर्मचारियों के सरकारी स्टेटस को बदलने नहीं दिया जाएगा | इस बारे में यूनियन द्वारा 8 नवंबर को प्रशासक के सलाहकार महोदय को ज्ञापन देकर अपील भी की गई है कि अधिकारियों को गलती करने व भडकाहट वाली कार्यवाही करने से रोका जाए |लेकिन लगता नहीं कि अधिकारी इस पर ध्यान दे रहे हैं, जिसके गम्भीर परिणाम निकलेंगे।
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