नेशनल एजुकेशन डे, जानिए शिक्षा के महत्व को उजागर करने वाला यह खास दिन क्यों मनाया जाता है
हर साल 11 नवंबर को नेशनल एजुकेशन डे मनाया जाता है, जो भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। मौलाना आज़ाद ने भारतीय शिक्षा व्यवस्था में कई महत्वपूर्ण सुधार किए थे और हमेशा यह प्रयास किया कि हर व्यक्ति को शिक्षा का अवसर मिले। इस दिन का उद्देश्य शिक्षा के महत्व को समझाना और इसके प्रति जागरूकता फैलाना है। यह हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षा केवल रोजगार प्राप्ति का माध्यम नहीं है, बल्कि यह समाज को सुधारने और हर व्यक्ति को बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान करती है।
नेशनल एजुकेशन डे हमें यह सिखाता है कि शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबों तक सीमित नहीं होना चाहिए, बल्कि यह जीवन में बेहतर दिशा और दृष्टिकोण देने का जरिया भी है। यह दिन हमें यह प्रेरणा देता है कि हम सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा का अवसर प्रदान करें, ताकि हर वर्ग तक शिक्षा का लाभ पहुंचे और हर बच्चा अपने जीवन में सफलता हासिल कर सके।
शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबों तक सीमित नहीं है
गिलको स्कूल की प्रिंसिपल, कृतिका कौशल ने नेशनल एजुकेशन डे के मौके पर कहा, “शिक्षा का असली उद्देश्य सिर्फ पढ़ाई तक सीमित नहीं होना चाहिए। बच्चों को सिर्फ एकेडमिक ज्ञान नहीं, बल्कि उन्हें जीवन की सही दिशा भी दिखानी चाहिए। शिक्षा का मतलब है सोचने और समझने की क्षमता को बढ़ाना ताकि वे समाज में अपना योगदान सही तरीके से दे सकें।”
नई शिक्षा तकनीक की अहमियत
क्रैक एकेडमी के फाउंडर और सीईओ नीरज कंसल ने कहा कि आज की पढ़ाई सिर्फ परीक्षा पास करने तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। बच्चों को नई सोच, आधुनिक तकनीक और जरूरी हुनर सिखाना बहुत जरूरी है, ताकि वे बदलती दुनिया में बेहतर तरीके से आगे बढ़ सकें। हमारा मकसद सिर्फ अच्छे नंबर लाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें हर क्षेत्र में कामयाब बनाने की तैयारी करना है। साथ ही, पारंपरिक और डिजिटल दोनों तरीकों से पढ़ाई को अपनाकर बच्चों को एक बेहतर और मजबूत शिक्षा दी जा सकती है।
शिक्षा में हो रहे बदलावों पर नजर
आजकल शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण बदलाव हो रहे हैं। अब शिक्षा में तकनीक, डिजिटल प्लेटफॉर्म और कौशल आधारित शिक्षा पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। बच्चों को केवल किताबों से ही नहीं, बल्कि जीवन की आवश्यक स्किल्स भी सिखाई जा रही हैं। यह बदलाव बच्चों के बेहतर भविष्य को सुनिश्चित करने के साथ-साथ समाज में भी सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद कर रहे हैं।
नेशनल एजुकेशन डे हमें यह याद दिलाता है कि शिक्षा का महत्व सिर्फ एकेडमिक परिणामों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह बच्चों के व्यक्तित्व विकास और उनके समाज में योगदान को भी आकार देती है। जब हम शिक्षा के सभी पहलुओं पर ध्यान देंगे, तभी हम एक बेहतर और समृद्ध समाज की ओर कदम बढ़ा पाएंगे।
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