सरकारी अधिकारी व बाबू को 1 तारीख को वेतन, आउटसोर्स को 2 महीने बाद भी नहीं मिल रही पगार
आउटसोर्स्ड वर्करों को समय पर वेतन न मिलने पर कोऑर्डिनेशन कमेटी 6 फरवरी को प्रशासक को सौंपेगी विरोध पत्र
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 30 जनवरी 2025 – कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी एम्पलाइज एंड वर्कर्स, यूटी चंडीगढ़ ने आउटसोर्स्ड वर्करों को समय पर वेतन न मिलने के खिलाफ बड़ा कदम उठाने का फैसला किया है। बीती शाम सेक्टर-32 वाटर वर्क्स में हुई गवर्निंग बॉडी मीटिंग में यह निर्णय लिया गया कि 6 फरवरी को कमेटी का एक प्रतिनिधिमंडल चंडीगढ़ के प्रशासक लाल चंद कटारिया को विरोध पत्र सौंपेगा।
प्रदर्शन की तैयारी, 4 फरवरी को नगर निगम दफ्तर के सामने प्रदर्शन
मीटिंग की अध्यक्षता प्रधान सतिंदर सिंह ने की, जिसमें सर्वसम्मति से तय हुआ कि 6 फरवरी से पहले, 4 फरवरी को नगर निगम दफ्तर के बाहर एक बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा। कमेटी का कहना है कि प्रशासन के निर्देशों को ठेकेदार और विभागीय अधिकारी नजरअंदाज कर रहे हैं, जिससे वर्करों को महीनों तक वेतन नहीं मिल रहा।
2-3 महीने से वेतन नहीं, प्रशासन से हो चुकी है शिकायत
इंजीनियरिंग विभाग, नगर निगम के सीवर विंग और अन्य विभागों में कार्यरत आउटसोर्स्ड कर्मचारियों को दो-दो, तीन-तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। वर्करों ने कई बार अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। चिंता की बात यह है कि वेतन भुगतान के प्रशासनिक आदेशों का भी पालन नहीं किया जा रहा।
सैलरी बजट की होगी जांच, ठेकेदारों पर कार्रवाई की मांग
कमेटी ने मांग की है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि सैलरी हेड का बजट कहां खर्च किया जा रहा है। कई विभागों में ठेकेदार निचले स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत से कर्मचारियों से पैसे वसूल रहे हैं, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
पुतला दहन और सचिवालय घेराव की योजना
मीटिंग में यह भी तय किया गया कि 31 मार्च तक पुतला फूंक प्रदर्शन जारी रहेगा और 8 अप्रैल को चंडीगढ़ सचिवालय का घेराव किया जाएगा। अगला पुतला फूंक प्रदर्शन 11 फरवरी को होगा।
कोऑर्डिनेशन कमेटी ने प्रशासन से मांग की है कि आउटसोर्स्ड वर्करों को समय पर वेतन दिलाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं और दोषी ठेकेदारों पर कार्रवाई की जाए। यदि मांगे पूरी नहीं हुईं, तो विरोध प्रदर्शन और तेज किया जाएगा।
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