किसानों ने टोल प्लाजा पर दिया धरना, टोल किया मुक्त,
टोल प्लाजा प्रबंधक द्वारा लोकल अस्थायी कर्मचारियों को निकालने को लेकर किसानों ने लगाया धरना
साढे तीन घंटों के लिए टोल प्लाजा किया टोल मुक्त, वाहन चालक बिना टोल दिए निकले
लालड़ू 1,अक्टूबर 2024।
अंबाला चंडीगढ़ हाईवे पर स्थित दप्पर टोल प्लाजा पर टोल प्रबंधकों द्वारा लोकल अस्थायी कर्मचारियों को निकालने को लेकर भारतीय किसान यूनियनों की ओर से टोल प्लाजा पर धरना लगाया गया। इस दौरान करीब साढे तीन घंटे तक टोल प्लाजा पूरी तरह टोल मुक्त रखा गया। किसानों की मांग थी कि जबतक निकाले गये लोकल अस्थायी कर्मचारियों को नौकरी पर नही रखा जाता उनका धरना जारी रहेगा। किसानों ने टोल प्रबंधकों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वाहन चालक बिना टोल दिए निकलते रहे।
इस मौके पर पर तीन भाकियू लक्खोवाल डेराबस्सी के कार्यकारिणी मैंबर मनप्रीत सिंह अमलाला, सिधूपुर के ब्लॉक अध्यक्ष जसविंदर सिंह टिवाणा, एकता उग्राहां के ब्लॉक अध्यक्ष लखविंदर सिंह हैप्पी मलकपुर के नेतृत्व में सैकड़ों किसानों ने सुबह करीब साढे दस बजे दप्पर टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया और धरने पर धरिया बिछाकर बैठ गये। इस दौरान किसानों ने सभी लेन टोल मुक्त करवा दिए और जमकर टोल प्रबंधको के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। इस मौके पर किसानो ने बताया कि दप्पर टोल प्लाजा पर टोल प्रबंधक कमेटी की ओर से करीब डेढ दर्जन लोकल अस्थायी कर्माचारियों को मंगलवार से ड्यूटी पर आने से मना कर दिया। किसानों ने कहा कि वे इस अन्याय को किसी भी किमत पर बर्दाश्त नही करेगें। उन्होंने कहा कि जबतक निकाले गये कर्मचारियों को वापिस ड्यूटी पर नही रखा जाता उनका धरना जारी रहेगा। किसान नेताओं ने बताया कि किसानों का बढता रोष देखकर टोल प्रबंधक कमेटी की किसानों से हुई बैठक में उन्हें आश्वासन दिलवाया कि किसी कर्मचारी को निकाला नहीं जाएगा। उसके बाद किसानों ने करीब दोपहर एक बजे धरना समाप्त कर दिया। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने किसी अनहोनी को देखते हुए पुलिस जवानों सहित मौके पर मौजूद रही।इस मौके पर किसान प्रेम राणा, सुभाष राणा, मनजीत सिंह के अलावा काफी संख्या में किसान मौजूद थे।
लालडू पुलिस थाना प्रभारी इंस्पेक्टर आकाश शर्मा ने बताया कि किसानों और टोल प्रबंधकों के बीच बातचीत के दौरान दोनों पक्ष इस फैसले पर राजी हो गए हैं कि जिन युवकों को हटाने की बात की जा रही है, उन्हें उसी एजेंसी ने अपने अन्य स्टेशनों पर तैनात करने का भरोसा दिया है।
दप्पर टोल प्रबंधक अधिकारी ने बताया कि उन्होंने न किसी को नौकरी पर रखा था, ना किसी को निकाला। एसएसफोर नामक एक आउटसोर्स एजेंसी ने इन्हें भर्ती किया था। ऐसे करीब एक दर्जन युवक हैं परंतु अब एजेंसी का एग्रीमेंट खत्म होने के बाद उसे एक्सटेंड नहीं किया पर एजेंसी ने उन्हें निकाला भी नहीं है बल्कि उन्हें आसपास अपने ठिकानों पर ट्रांसफर किया है। जल्द ही सभी को निकटवर्ती स्टेशन मिल जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि टोल प्लाजा सुबह 10:30 से लेकर दोपहर 1:00 बजे तक यानी करीब ढाई घंटे बंद रहा इस दौरान हजारों गाड़ियां बिना टोल अदा किया गुजराती रही और कंपनी को टोल के रूप में लाखों में नुकसान हुआ है।
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