चंडीगढ़ कांग्रेस ने मनोनीत पार्षद अनिल मसीह की बर्खास्तगी की मांग की
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 24 दिसंबर: चंडीगढ़ कांग्रेस ने चंडीगढ़ नगर निगम के मनोनीत पार्षद अनिल मसीह को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने की मांग की है। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता राजीव शर्मा ने आज पत्रकार वार्ता में कहा कि अनिल मसीह द्वारा निगम की बैठकों में हंगामे और अनुचित व्यवहार से चंडीगढ़ की छवि को नुकसान पहुंच रहा है।
राजीव शर्मा ने आरोप लगाया कि मसीह की उपस्थिति से निवासियों को पिछले मेयर चुनाव की यादें ताजा हो जाती हैं, जब उन्होंने पीठासीन अधिकारी के रूप में मतपत्रों से छेड़छाड़ कर भाजपा के मेयर उम्मीदवार को अवैध रूप से विजयी घोषित किया था। यह घटना न केवल चंडीगढ़ बल्कि देशभर में लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए शर्मनाक थी।
सुप्रीम कोर्ट ने लिया संज्ञान
शर्मा ने बताया कि मसीह के कृत्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी, जहां मतपत्रों से छेड़छाड़ का वीडियो भी प्रस्तुत किया गया। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट में मामला लंबित होने के बावजूद स्थानीय पुलिस ने अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
भाजपा पर लोकतंत्र विरोधी रवैये का आरोप
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि आज की निगम बैठक में भाजपा पार्षदों द्वारा मसीह का समर्थन करना यह दर्शाता है कि भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को कमजोर करने में संलिप्त है। उन्होंने कहा कि यह एक साजिश है जिससे भाजपा अपनी सत्ता को बरकरार रखना चाहती है।
तत्काल बर्खास्तगी की मांग
कांग्रेस ने मांग की है कि अनिल मसीह को मनोनीत पार्षद के पद से तुरंत हटाया जाए। कांग्रेस का कहना है कि इस कदम से भविष्य में मेयर चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की धांधली और लोकतंत्र के दुरुपयोग पर रोक लग सकेगी।
कांग्रेस ने चंडीगढ़ के नागरिकों से इस मुद्दे पर समर्थन देने और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए आगे आने की अपील की है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →