सेक्टर 34 मोबाइल टावर मामला: नगर निगम इंजीनियर अजय गर्ग की बहाली की मांग पर उतरी एसोसिएशन
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 25 दिसंबर। सेक्टर 34 के एग्जीबिशन ग्राउंड में अस्थायी मोबाइल टावर लगाने की अनुमति देने के आरोप में नगर निगम के कार्यकारी अभियंता अजय गर्ग को निलंबित किए जाने के बाद इंजीनियर एसोसिएशन ने उनके समर्थन में आवाज उठाई है। एसोसिएशन का कहना है कि अजय गर्ग ने चंडीगढ़ टेलीकॉम पॉलिसी के तहत अपने नोडल अधिकारी के कर्तव्य का पालन किया था और किसी प्रकार की अनियमितता नहीं की।
टावर लगाने का उद्देश्य:
14 दिसंबर को पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ के शो के दौरान बेहतर नेटवर्क सुविधा के लिए भारती एयरटेल लिमिटेड को सेक्टर 34 के एग्जीबिशन मैदान में अस्थायी रूप से मोबाइल टावर लगाने की अनुमति दी गई थी। इसके लिए कंपनी ने नगर निगम के खाते में 20,000 रुपये शुल्क भी जमा करवाया था। हालांकि, निगम ने अजय गर्ग पर बिना सक्षम प्राधिकरण की अनुमति के यह परमिशन देने का आरोप लगाते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।
एसोसिएशन का पक्ष:
नगर निगम इंजीनियर एसोसिएशन ने इस कार्रवाई को अनुचित और जल्दबाजी में लिया गया कदम बताया। उनका कहना है कि अजय गर्ग ने सभी प्रक्रियाओं का पालन किया और समय पर कारण बताओ नोटिस का जवाब भी दिया। एसोसिएशन ने आरोप लगाया कि बिना तथ्यों की जांच किए कार्रवाई की गई, जिससे निगम अधिकारियों का मनोबल गिर रहा है।
एसोसिएशन की मांग:
इंजीनियर एसोसिएशन ने अजय गर्ग की तत्काल बहाली की मांग की है। उनका कहना है कि नगर निगम ने बिना उचित प्रक्रिया अपनाए और सत्यापन के बिना इस कदम को अंजाम दिया है। एसोसिएशन ने इसे गलत परंपरा की शुरुआत बताते हुए निगम प्रशासन से अपील की है कि निलंबन को रद्द कर अधिकारियों का मनोबल बनाए रखा जाए।
नगर निगम का पक्ष:
निगम का कहना है कि अजय गर्ग ने बिना पूर्व अनुमोदन के अस्थायी टावर लगाने की अनुमति दी, जो नियमों के खिलाफ है। उन्हें केंद्रीय सिविल सेवाएं (वर्गीकरण, नियंत्रण और अपील) नियम 1965 के तहत निलंबित किया गया है। निलंबन अवधि के दौरान उनका मुख्यालय संयुक्त आयुक्त-1 कार्यालय रहेगा और वे मुख्यालय से बाहर नहीं जा सकते।
इस घटना ने नगर निगम के अंदर कामकाज की पारदर्शिता और निर्णय प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह है कि अजय गर्ग की बहाली को लेकर प्रशासन क्या निर्णय लेता है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →