पीएम मोदी ने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन किया
नई दिल्ली, 16 सितबंर,2024ः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरित विकास और शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। श्री मोदी ने आज वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने गांधीनगर के महात्मा मंदिर में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का भी लोकार्पण किया। श्री मोदी ने गांधीनगर में पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लाभार्थियों से बातचीत भी की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकासशील देश होने के बावजूद भारत ने पेरिस में निर्धारित जलवायु प्रतिबद्धताओं को तय समय से नौ वर्ष पहले ही हासिल कर लिया है। उन्होंने कहा कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के साथ, भारत का हर घर बिजली उत्पादक बन जाएगा।
पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के लिए एक करोड़ से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया है। इस योजना के अंतर्गत 3 लाख से अधिक घरों में छत पर सौर पैनल लगाए गए हैं। उन्होंने युवाओं के लिए नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में पर्याप्त नौकरी और कौशल के अवसरों पर भी बल दिया।
श्री मोदी ने कहा कि जलवायु समर्थक सिद्धांत भारत की प्रतिबद्धता का प्रमुख हिस्सा है। इसमें मिशन लाइफ यानी पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली और एक पुन: उपयोग होने वाली अर्थव्यवस्था की परिकल्पना को प्रोत्साहन देना शामिल है। उन्होंने देश के 17 शहरों को सौर शहर के रूप में विकसित करने की योजना की भी बात की। प्रधानमंत्री ने पिछले 10 वर्षों में हरित हाइड्रोजन सहित विभिन्न स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन क्षेत्रों में अपनी सरकार की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री ने सभी हितधारकों और वैश्विक प्रतिनिधियों से भारत के उभरते हरित ऊर्जा क्षेत्र में निवेश करने का आग्रह किया।
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र में भारत की महत्वपूर्ण प्रगति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 86 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी गुजरात को नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में अग्रणी बनाने की बात दोहराई।
केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने चौथे वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा निवेशक सम्मेलन और प्रदर्शनी का आयोजन किया है। बैठक में नवीकरणीय ऊर्जा विनिर्माण और उपयोग में भारत की प्रभावशाली प्रगति पर प्रकाश डाला जाएगा।
तीन दिवसीय कार्यक्रम में 40 से अधिक सत्र होंगे। इसमें नवोन्वेषी वित्तपोषण, हरित हाइड्रोजन और भविष्य के ऊर्जा समाधानों पर विशेष चर्चाएँ होंगी। इसमें 140 देशों के लगभग 10 हजार प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →