सुशासन की शुरूआत खुद के मंदिर (स्वयं) से होनी चाहिए - नवीन जिन्दल
सुशासन दिवस पर सांसद ने राजकीय महाविद्यालय बरवाला को प्रथम पुरस्कार के तौर पर 31000, प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी देकर किया सम्मानित
सांसद पीडब्ल्यूडी रेस्टहाउस में आयोजित जिला स्तरीय सुशासन दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे
रमेश गोयत
पंचकूला, 25 दिसम्बर - कुरूक्षेत्र लोकसभा के सांसद नवीन जिन्दल ने कहा कि सुशासन की शुरूआत खुद के मंदिर (स्वयं) से होनी चाहिए। हमें सबसे पहले अपने शरीर, फिर परिवार और समाज का ध्यान रखना चाहिए। खाने-पीने के सामान और पर्यावरण का शुद्ध होना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीयत और नीति दोनों ही अच्छी है। इनको धरातल पर सही व्यक्तियों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी हमें अच्छे से निभानी चाहिए।
सांसद नवीन जिन्दल पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस सेक्टर-1 पंचकूला में आयोजित जिला स्तरीय सुशासन दिवस समारोह में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। इस मौके पर कालका विधायिका शक्तिरानी शर्मा भी मौजूद रहीं।
इससे पूर्व सांसद नवीन जिन्दल ने पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। नवीन जिन्दल ने दीप प्रज्ज्वलित और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम में सरकार द्वारा प्रदेश की जनता के लिए लागू की गई योजनाओं की लघु फिल्म को भी दिखाया गया। साथ ही सरकार की योजनाओं और जनहित के कार्यों के लिए बेस्ट काम करने वाले तीन संस्थानों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने महामना श्री मदन मोहन मालवीय को भी श्रद्धासुमन अर्पित किये। सांसद ने इस अवसर पर नागरिकों से सुशासन को लेकर विस्तार से बातचीत की और उनके सुझाव भी लिए।
नवीन जिन्दल ने कहा कि सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं को हर व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए ऑनलाइन व्यवस्था को पारदर्शी ढंग से लागू किया। इससे लोगों को दफतरों, दस्तावेजों और दरख्वासों से निजात मिली है और प्रदेश में सुशासन स्थापित हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी जी वर्तमान में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के दिखाए रास्ते पर चलते हुए उनके सपनों का हिन्दुस्तान बना रहे हैं।
सांसद ने कहा कि हम जिस प्रकार घर पर खुद के लिए काम करते हैं उसी प्रकार कार्यालयों में आमजन के लिए काम करना चाहिए। किसी भी गलत व्यवस्था को एक दिन में दुरस्त नहीं किया जा सकता है, यदि हर व्यक्ति खुद में परिवर्तन कर ले तो बड़ी से बड़ी गलत व्यवस्था को सही करयोजनाओं को आसानी से लागू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जब अधिकारी-कर्मचारी और नेता-कार्यकर्ता अपनी-अपनी जिम्मेदारियों को निभाना शुरू कर देंगे उस दिन चारों ओर खुद ही सुशासन बन जाएगा।
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इन विभागों को मिला सम्मान
सुशासन दिवस के अवसर पर लोकसभा सांसद नवीन जिंदल ने तीन विभागों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। प्रथम पुरस्कार राजकीय महाविद्यालय बरवाला को 31000 रुपए, प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी के साथ दिया गया। ग्रामीण क्षेत्र के महाविद्यालयों में इन्क्यूवेशन सेंटर खोलने वाला इकलौता राजकीय कॉलेज है। साथ ही स्टाफ द्वारा ई-रिक्शा चलवाई और मेगा रोजगार मेला आयोजित कर 35 युवाओं को रोजगार दिलवाया।
द्वितीय पुरस्कार जिला मत्स्य विभाग के अधिकारी को 21000 रूपये, प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी के साथ दिया गया। फोरेस्ट एरिया में डैम अनुदान का प्रावधान करवाकर पंचायती भूमि को लीज आउट करवाकर मछली पालने के लिए स्थान उपलब्ध करवाया गया। तृतीय पुरस्कार महिला एवं बाल विकास विभाग पंचकूला को 11000 रूपये, प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी के साथ किया गया। आंगनवाडी केन्द्रों में 534 टोल फ्री नंबर को प्रोपर तरीक्के से लागू करवाया और सरकार की योजनाओं को प्रमोट किया।
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ये रहे मौजूद
इस मौके पर नगर निगम मेयर कुलभूषण गोयल, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष बंतो कटारिया, जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, महामंत्री परमजीत कौर, श्याम लाल बंसल, संजय आहूजा, अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, पुलिस उपायुक्त हिमाद्रि कौशिक, एसडीएम चंद्रकांत कटारिया, सीटीएम विश्वनाथ, जिला राजस्व अधिकारी डा. कुलदीप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. विशाल सैनी सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
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