प्रो छत्रपाल सिंह के कैंप ऑफिस में बुनियादी विचार मंथन गोष्ठी का आयोजन
31 सदस्यीय कमेटी का गठन
रमेश गोयत
चंडीगढ़। प्रो छत्रपाल सिंह के कैंप ऑफिस में शनिवार को बुनियादी विचार मंथन गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें जिले भरके कर्मठ सदस्यों ने हिस्सा लिया साथ ही प्रदेश, देश और विदेशो से भी ऑनलाइन जुड़ कर प्रबुद्ध जन इस गोष्ठी का हिस्सा बने। गोष्ठी में विभिन्न बुनियादी विषयों पर बातचीत की गई साथ ही 31 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।
गौरतलब है कि 9 नवंबर को राष्ट्रीय कुंडू खाप के पूर्व अध्यक्ष स्व चौ हुकुम सिंह जी की जयंती होती है। जिसके उपलक्ष्य में गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी की शुरुवात उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर की गई।
बुनियादी विचार मंथन गोष्ठी में उपस्थित लोगों ने अपने अपने विचार रखे। प्रो छत्रपाल सिंह ने कहा कि प्रबुद्ध लोग जिनका बुनियादी विषयों से सरोकार है वो लोग इकट्ठे साथ जुड़कर काम करें। जो लोग मानवता के कार्य में रुचि रखते हैं और देश के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं, उन लोगों को अपने साथ जोड़कर ग्राउंड लेवल पर काम करना हमारा उद्देश्य रहेगा।
प्रो साहब ने कहा कि ऑर्गेनिक खेती आज की ज़रूरत है। जो कि पॉयजन रहित है। स्वास्थ्य सम्बन्धित ज्यादातर समस्या हमारे खान पान से जुड़ी होती है। ऐसे में पेस्टीसाइड्स युक्त भोजन हमें ओर नुकसान पहुंचा रहा है। जिसके प्रति हम लोगों को जागरूक करेंगे। साथ ही शुद्ध वातावरण के लिए काम करना भी हमारी प्राथमिकता में रहेगा। जिसके तहत पौधा रोपण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
भारत सोने की चिडिया रहा है। फिर से उसी स्तर को हासिल करना। देश को फिर से सोने की चिड़िया बनाने के लिए काम करना, दुनिया का नेतृत्व करने के लिए हमें क्या करना होगा, सत्ता को सही दिशा में कैसे ले जाया जाए इस तरह के विषयों पर गोष्ठी में चर्चा की गई। ताकि हमारे देश ने स्वतंत्रता हासिल करने के लिए जो लंबी लड़ाई लड़ी, जो बलिदान दिए वो व्यर्थ न जाएं।
प्रो साहब ने कहा कि क्या आज के मतदाता को धर्म, मजहब, जात , बिरादरी, इलाकावाद या उसकी आर्थिक कमजोरी का फायदा उठाकर या नशे में धकेलकर अपना फायदा निकालना सही है। क्या इस तरह देश को सही रास्ते पर बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अगर हमारे देश का युवा 90 साल तक लंबी लड़ाई लड़कर ब्रिटिश साम्राज्य को अस्त कर सकता है तो आज अपने देश के लिए कुछ क्यों नहीं कर सकता। सजगता के साथ हम अपने बलिदानियों के सपनों का भारत खड़ा कर पाए, यही हमारी सच्ची श्रद्धांजलि होगी। यदि हमारे पूर्वजों ने भी हमें हमारे हाल पर छोड़ दिया होता तो आज के हालातों को हम सोच भी नहीं सकते। वो हमें खुली हवा दे कर गए। अब हमारा ये फर्ज बनता है कि हम भी आने वाली पीढ़ियों को बेहतरीन भारत दे कर जाएं।
इन्हीं बुनियादी बातों के मद्देनजर 31 सदस्यीय संचालक कमेटी का गठन किया गया। जिसमें प्रो छत्रपाल सिंह जी को कन्वीनर का उत्तरदायित्व दिया गया। यह कमेटी अपने मुद्दों को ध्यान में रखते हुए नए सदस्यों को अपने साथ जोड़ेगी और ग्राउंड स्तर पर काम करेगी। प्रत्येक 15 दिनों में सदस्यों द्वारा किए गए कार्यों की विवेचना की जाएगी।
और उसी चर्चा के आधार पर आगे की नीति बनाई जाएगी।
नारनौल से किशन चौधरी, सुरेंद्र ठाकुर, पूर्व एम पी, राज्यसभा मध्यप्रदेश, फिन लैंड से डॉ गुरमीत सिंह, चौधरी खजान सिंह, आई जी रिटायर्ड सीआरपीएफ और राष्ट्रीय स्तरीय स्विमर हैं, मुंबई से कमलेश मोरार जी, जर्मनी से दिलबाग सिंह, चौधरी राकेश सिंह ऑस्ट्रेलिया से, कैथल से एडवोकेट बलजीत सिंह, एडवोकेट ओम प्रकाश, जय पाल रेडु रिटायर्ड अधिकारी, चौधरी मुख्तार सिंह
पानीपत से, रिटायर्ड प्रिंसिपल प्रो संत राम, प्रो बलवान सिंह कुहाड़, प्रो अनूप कुमार, प्रो पद्म शर्मा, रिटायर्ड हेड मास्टर सज्जन जी, श्री सत्यवान बालक, चौधरी देववर ढांडा, , चौधरी भरत सिंह, पंजाब से सरदार करनैल सिंह पहावड़ा, दिल्ली से श्री राजेंद्र तंवर, चौधरी इंद्रजीत सिंह कुंडू, चौ जयबीर सिंह, चौ दिलबाग सिंह कलवा, चौ राजेंद्र दिटाना, सुभाष मित्तल , डॉ भगवान दास बागड़ी, चौ सूरजमाल, डॉ कुलदीप देसवाल और सोहन लाल कंसल 31 सदस्यीय कमेटी हैं जो सभी निर्धारित विषयों पर काम करेंगे।
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