भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहा द्वारा बठिंडा पुलिस और किसानों पर जबर करने का आरोप
अशोक वर्मा
बठिंडा 22 नवंबर 2024: भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने बठिंडा पुलिस पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे किसानों से जबरन वसूली करने और आंसू गैस के गोले छोड़ने का आरोप लगाया है. किसानों ने कहा कि गुरुवार को पंजाब सरकार ने पुलिस जोर पर भारत माला सड़क के तहत गांव दुनेआना, भगवानगढ़ और शेरगढ़ की जमीन बिना मुआवजे के अधिग्रहीत की गई जमीन पर कब्जा कर लिया था यहां सिर्फ 48 लख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जा रहा है जबकि इसके आसपास के गांव में 82 से 92 लख रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से जमीन का मुआवजा दिया गया है।
इसके विरोध में भारतीय किसान यूनियन एकता ग्रह के राज्य कमेटी के बुलावे पर आज पुलिस ने सभी रुकावटें तोड़ते हुए बड़े स्तर पर किसानों समेत औरतें ने जबरी किए जा रहे कब्जे वाली जमीन पर किसानों का कब्जा करवाने के लिए आगे बढ़े तो भारी पुलिस पर की तरफ से किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे गए पानी की बुझारे मारी गई तथा लाठी चार्ज भी किया गया इस दौरान बड़ी गिनती में किसान जख्मी हो गए इसके बावजूद भी कई औरतें जबरी कब्जे वाली जमीन पर पहुंच गई।
इस मौके पर संबोधन करते हुए राज्य प्रधान जोगिंदर सिंह उगराहा, सीनियर मीत प्रधान झंडा सिंह जेठुके और सेक्रेटरी शिंगारा सिंह मान ने कहा कि भारतीय हुकूमत देश के माल खजाने और जमीनों पर साम्राज्य कमी वह कौमी कंपनियों तथा कारपोरेट घराने का कब्जा करवाने के लिए पुलिस और फौज के सहारे लोगों पर जबर कर रही है उन्होंने यह भी कहा कि उनका बिना रुकावट व्यापार चलने के लिए किसानों की जमीनों को रोक के बड़ी-बड़ी सड़के निकल जा रही हैं।
आगे बोलते हुए उन्होंने बोला कि इस इस नीति के तहत ही गांव से चलने वाली भगवंत मान की सरकार का चेहरा साफ हो गया है जिन्होंने कहा था कि किसानों की सहमति के बिना किसान जमीन का 1 इंच भी धक्केशाही से नहीं छीना जाएगा।
उन्होंने कहा कि आज तीन गांव की जमीन पर भारी फोर्स लगाकर कब्जा कर लिया है और विरोध कर रहे किसानों पर तशद्र किया गया है आज हुए लाठी चार्ज के बाद प्रशासन ने किस अगुओं से बातचीत करने की पेशकश की तो किसानों ने कहा कि पहले उनकी जप्त की गई गाड़ियों और गिरफ्तार किए हुए किसानों को रिहा किया जाए इसके बाद गाड़ियां तथा किस तो छोड़ दिए गए पर जब तक उन जमीनों पर किसानों का मोड कब्जा नहीं होता उतनी देर में बातचीत नहीं करेंगे। इसके बाद किसानों नेदुनेआना के गुरुद्वारा साहिब में रात का ठहराव कर लिया है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →