सिरसा का मेडिकल कॉलेज चिकित्सा के क्षेत्र में होगा मील का पत्थर साबित : मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी
सिरसा मेडिकल कॉलेज में होगी कैंसर उपचार की सुविधा, साढे पांच एकड़ अतिरिक्त भूमि करवाई जाएगी उपलब्ध
मुख्यमंत्री ने संत सरसाई नाथ जी राजकीय मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण कार्य का किया भूमि पूजन
रमेश गोयत
चंडीगढ़/सिरसा, 21 नवंबर। हरियाणा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा है कि हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज खोलने के संकल्प को साकार करने में संत सरसाई नाथ जी राजकीय मेडिकल कॉलेज सिरसा मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने घोषणा की कि इस मेडिकल कॉलेज में कैंसर के उपचार के लिए अलग विंग भी शुरु की जाएगी। इसके लिए साथ लगती साढे पांच एकड़ भूमि मुहैया करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री वीरवार को सिरसा में संत सरसाई नाथ जी राजकीय मेडिकल कॉलेज के भूमि पूजन समारोह में उपस्थितजन को संबोधित कर रहे थे। सबसे पहले मुख्यमंत्री ने कॉलेज प्रांगण में एक पेड़ मां के नाम लगाकर पर्यावरण का संदेश दिया और इसके उपरांत मुख्यमंत्री ने मेडिकल कॉलेज के निर्माण कार्य के लिए भूमि पूजन किया। मुख्यमंत्री ने महान संत सरसाई नाथ जी को नमन करते हुए सिरसा के सभी नागरिकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संत सरसाई नाथ जी गुरु गोरखनाथ जी के शिष्य थे। उन्होंने 13वीं शताब्दी में सिरसा नगर की नींव रखी थी। संत सरसाई नाथ जी एक महान व्यक्ति थे। कहा जाता है कि उन्होंने तत्कालीन बादशाह शाहजहां के बेटे दारा शिकोह को जीवन दान दिया था। मुझे विश्वास है कि ऐसे महापुरुष के नाम पर बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज में आने वाला हर मरीज निरोगी होकर जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज पर लगभग 1,010 करोड़ 37 लाख रुपये की लागत आएगी और यह मेडिकल कॉलेज 21 एकड़ क्षेत्र में बनेगा, जो अपने तय समय दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने देश को मेडिकल हब बनाने का विजन रखा है। उनके इस विजन को साकार करने के लिए हरियाणा में हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज स्थापित कर रहे हैं। इस समय प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों की संख्या 15 हो गई है। इनमें से 9 मेडिकल कॉलेज हमारे कार्यकाल में खुले हैं। इनके अलावा, मेडिकल कॉलेज, भिवानी के भवन का काम लगभग पूरा हो चुका है। कैथल, गुरुग्राम व यमुनानगर में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं। जिला जींद के हैबतपुर में व जिला महेन्द्रगढ़ के कोरियावास में मेडिकल कॉलेजों के भवनों का निर्माण कार्य लगभग पूरा होने वाला है। इनके अलावा, 5 नये मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि हर मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग, फीजियोथरैपी और पैरामेडिकल कॉलेज भी स्थापित होगा। छायंसा फरीदाबाद में बंद हुए गोल्ड फील्ड मेडिकल कॉलेज को सरकार के अधीन लेकर पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के नाम से शुरू किया गया है। इनके अलावा कुरुक्षेत्र में श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय खोला गया है। पंचकूला में राष्ट्रीय आयुर्वेद योग एंव प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान की स्थापना की जा रही है। उन्होंने कहा कि कुटैल, करनाल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण किया जा रहा है। भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज खानपुर कलां के तीसरे चरण का विस्तार कार्य 419 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। बाढ़सा, जिला झज्जर में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान खोला गया है। माजरा, जिला रेवाड़ी में एम्स स्थापित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीब लोगों के उपचार के लिए प्रधानमंत्री जन आरोग्य आयुष्मान भारत योजना शुरु की है। हरियाणा में इसका विस्तार करते हुए सरकार ने चिरायु आयुष्मान योजना शुरू की है। अब तक प्रदेश में कुल 1 करोड़ 19 लाख चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं। इस योजना में प्रदेश में 11 लाख 65 हजार मरीजों के इलाज के लिए 1477 करोड़ रुपये के क्लेम दिये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में आधुनिक चिकित्सा के साथ- साथ आयुर्वेद, योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने किसानों से आह्वïान किया कि वे प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें, इसके लिए सरकार ने अलग से बजट की व्यवस्था भी की है। प्राकृतिक खेती से हम अच्छी खाने की फसलों को ले पाएंगे। इससे हमारी सेहत में भी सुधार होगा। उन्होंने युवाओं से भी आह्वïान किया कि वे नशे की प्रवृति को त्यागे और अपनी ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग करें।
*प्रदेश सरकार कर रही चिकित्सा क्षेत्र में तेजी से काम : स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव*
स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने कहा कि सिरसा में मेडिकल कॉलेज की जरूरत भी थी और सिरसा के लोगों की पुरानी मांग भी, जिसे आज मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भूमि पूजन कर पूरा किया है। उन्होंने कहा कि 1010 करोड़ रुपए की लागत से 21 एकड़ में बनने वाले इस मेडिकल कॉलेज में चिकित्सा की दृष्टि से सभी आधुनिक सुविधाएं होंगी। 540 बेड के इस मेडिकल कॉलेज में युवाओं के लिए एमबीबीएस की 100 सीटें होंगी। उन्होंने कहा कि इस मेडिकल कॉलेज के बनने से न केवल सिरसा के साथ साथ राजस्थान व पंजाब के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार चिकित्सा क्षेत्र में तेजी काम कर रही है। प्रदेश सरकार के आने से पूर्व 2014 में एमबीबीएस की 700 सीटें थी, जोकि वर्तमान सरकार ने बढ़ाकर 2185 किया है और आने वाले समय मे 1300 ओर सीटों की बढोतरी होगी। उन्होंने कहा कि ये सब मुख्यमंत्री की देन है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का प्रयास है कि लोगों को बेहतर चिकित्सा मिले और दिशा में निरंतर काम जारी है। चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान व स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशन में विभाग द्वारा चिकित्सा में गुणवत्ता का विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गरीब लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए विभाग कृत संकल्प है। पीजीआई रोहतक में लीवर व किडनी ट्रांस्पलांट की सुविधा शुरु की जा रही है, जिससे गरीब लोगों को फायदा होगा। प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेज में ट्रामा सेंटर भी स्थापित किए जाएंगे और पीपीपी मोड पर कैथलेब भी स्थापित की जाएगी। विधायक गोकुल सेतिया ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि धार्मिक नगरी सिरसा को मुख्यमंत्री ने बड़ी सौगात दी है। मुख्यमंत्री ने सबका साथ-सबका विकास नारे का चरितार्थ किया है और एक समान विकास की अवधारणा को और आगे बढ़ाया है। इसी का परिणाम है कि आज सिरसा में मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन हो रहा है।
*अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा संत सरसाई नाथ जी राजकीय मेडिकल कॉलेज*
सिरसा मिनी बाइपास रोड़ पर बनने वालो संत सरसाई नाथ जी राजकीय मेडिकल कॉलेज अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होगा, 21.08 एकड़ में बनने वाले कॉलेज के निर्माण पर लगभग 1200 करोड़ रुपये की लागत आएगी। कॉलेज में होस्पिटल कॉप्लेक्स, इंस्ट्यिूशनल कॉम्प्लेक्स, कॉमन बेसमेंट, होस्टल व रेजिडेंसल कॉप्लेक्स, रजिडेंसल कॉम्प्लेक्स की सुविधा उपलब्ध होगी। होस्पिटल कॉप्लेक्स में 539 बैड होंगे, जिनमें इमरजेंसी व ट्रामा में 30, जरनल वार्डों में 400, प्रिजन वार्ड में 3, एआरटी वार्ड में 6, आईसीयू व क्रिटिकल वार्ड में 50 तथा प्राइवेट वार्ड में 50 बैड की सुविधा होगी। साथ ही हॉस्पिटल कॉम्प्लेक्स में 10 ऑपरेशन थियेटर, ऑटोप्सी ब्लॉक व गैस मैनिफोल्ड ब्लॉक होंगे। इंस्ट्यिूशनल कॉम्प्लेक्स में एकेडमिक ब्लॉक में 100 सीटें होगी। इसके अलावा नर्सिंग महाविद्यालय में 60, पैरामेडिकल महाविद्यालय में 30 तथा फिज्योथेरेपी महाविद्यालय में भी 60 सीटें होगी। महाविद्यालय में 500 विद्यार्थियों के बैठने के लिए परीक्षा हॉल व 500 के बैठने की क्षमता वाला मल्टीपर्पज हॉल का निर्माण किया जाएगा। इंस्ट्यिूशनल कॉम्प्लेक्स के बेसमेंट में पार्किंग की सुविधा होगी।
कॉमन बेसमेंट में लॉन्ड्री, स्टोर, पार्किंग आदि सुविधाएं होगी। महाविद्यालय में बनने वाले होस्टल कॉप्लेक्स में ब्वायज होस्टल, गर्ल्स होस्टल, नर्सिंग छात्राओं के लिए होस्टल व रजिडेंसल होस्टल की सुविधा होगी। इसके अलावा चिकिस्कों के लिए रजिडेंसल कॉम्प्लेक्स व विश्राम सराय बनाए जाएंगे। इसके अलावा वेस्ट मैनेजमेंट ब्लॉक, सब स्टेशन, स्पोर्टस फेसिलिटी ब्लॉक, पंप रुम, यूजीटी, डब्ल्यूटीपी, एसटीपी / ईटीपी की सुविधा भी होगी।
*ये रहे मौजूद*
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल, जिलाध्यक्ष भाजपा शीशपाल कंबोज, भाजपा के प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया, विधायक गोकुल सेतिया, सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, मुख्यमंत्री के पूर्व राजनीतिक सलाहकार जगदीश चोपड़ा,पूर्व विधायक गोपाल कांडा, हरियाणा बीज विकास निगम के चेयरमैन देव कुमार शर्मा, डेरा बाबा सरसाई नाथ से महंत सुंदरराई नाथ, पूर्व विधायक रामचंद्र कंबोज, वरिष्ठ भाजपा नेता रोहताश जांगड़ा, बलदेव सिंह मांगेआना, सतीश जग्गा, प्रदीप रातुसरिया, अमीर चंद मेहता, गोविंद कांंडा, प्रदेश सचिव सुरेंद्र आर्य, सुमन शर्मा सहित भारी संख्या में आमजन मौजूद रहे। साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. सुमिता मिश्रा, महानिदेशक डा. साकेत कुमार, उपायुक्त शांतनु शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त लक्षित सरीश, एसडीएम राजेंद्र कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे।
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