अमेरिका ने शुरू किया बड़े पैमाने पर निर्वासन अभियान, सैन्य विमानों से दर्जनों प्रवासियों को ग्वाटेमाला भेजा
बाबूवशाही ब्यूरो
वाशिंगटन, 25 जनवरी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर अवैध प्रवासियों के निर्वासन का अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान के तहत शुक्रवार को दो सैन्य विमानों के जरिए दर्जनों प्रवासियों को ग्वाटेमाला भेजा गया।
व्हाइट हाउस ने इस अभियान की जानकारी एक सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से दी। पोस्ट में एक तस्वीर साझा की गई, जिसमें प्रवासियों को सैन्य विमान में चढ़ते हुए दिखाया गया। इसके साथ लिखा गया, "वादे किए गए, वादे पूरे किए। निर्वासन उड़ानें शुरू हो गई हैं।"
पहली उड़ानों में 79 ग्वाटेमाला निवासी पहुंचे
ग्वाटेमाला के आव्रजन संस्थान के अनुसार, पहली उड़ान में कुल 79 लोग थे, जिनमें 48 पुरुष और 31 महिलाएं शामिल थीं। यह विमान मध्य रात्रि में उतरा। दूसरी उड़ान शुक्रवार सुबह पहुंची, हालांकि उसमें यात्रियों की संख्या का खुलासा नहीं किया गया।
ग्वाटेमाला सरकार के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ये उड़ानें राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल की शुरुआत के बाद शुरू हुई हैं। पेंटागन के सूत्रों ने बताया कि ये उड़ानें अमेरिकी रक्षा विभाग (DOD) द्वारा संचालित की गईं।
अपराधियों पर कड़ी कार्रवाई
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलाइन लेविट ने बताया कि इस अभियान के तहत 538 अवैध प्रवासियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक संदिग्ध आतंकवादी, चार कुख्यात गैंग ट्रेन डी अरागुआ के सदस्य और नाबालिगों के खिलाफ यौन अपराधों के दोषी लोग शामिल हैं। उन्होंने इसे "अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान" बताया।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, "हम खतरनाक अपराधियों को देश से बाहर निकाल रहे हैं। ये हत्यारे और गैंग सदस्य हैं, जो सबसे खतरनाक अपराधियों में गिने जाते हैं।"
वैश्विक प्रभाव और भारत का रुख
इस बड़े अभियान पर वैश्विक प्रतिक्रिया भी देखने को मिल रही है। भारत के विदेश मंत्रालय ने अवैध प्रवासियों के खिलाफ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि यदि भारतीय नागरिक अवैध रूप से रह रहे हैं, तो उनकी राष्ट्रीयता की पुष्टि होने पर उन्हें भारत वापस लाया जाएगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने कहा, "हम अवैध प्रवासन के खिलाफ हैं, खासकर जब यह संगठित अपराध से जुड़ा हो। यदि भारतीय नागरिक बिना दस्तावेज के विदेश में रह रहे हैं, तो उनके वापसी की प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी।"
ट्रंप प्रशासन की नई नीतियां
राष्ट्रपति ट्रंप ने 2024 के चुनाव प्रचार के दौरान अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था। पद संभालने के बाद, उन्होंने मेक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित किया और अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की। इसके अलावा, "रिमेन इन मैक्सिको" नीति को फिर से लागू किया गया, जिसके तहत शरण चाहने वालों को निर्णय आने तक मैक्सिको में ही रुकना होगा।
ट्रंप प्रशासन ने सेंट्रल और साउथ अमेरिका से भागकर आने वाले लोगों के लिए शरण कार्यक्रम को भी रोक दिया है, जिससे हजारों लोग मैक्सिको सीमा पर फंसे हुए हैं।
यह अभियान ट्रंप सरकार की सख्त आव्रजन नीतियों का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अवैध प्रवासन को पूरी तरह रोकना और कानून व्यवस्था को सुदृढ़ बनाना है।
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