चंडीगढ़ यूटी पुलिस को गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति द्वारा सम्मान, दो पुलिस अधिकारियों को राष्ट्रपति पुलिस पदक प्रदान
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 25 जनवरी। भारत के राष्ट्रपति ने गणतंत्र दिवस 2025 के अवसर पर चंडीगढ़ यूटी पुलिस के दो पुलिस अधिकारियों को उनकी उत्कृष्ट और सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम) से सम्मानित करने की मंजूरी दी है। यह पुरस्कार उन अधिकारियों को उनके कर्तव्य निर्वहन और समर्पण के लिए दिया गया है, जिन्होंने अपनी सेवाओं के दौरान उच्चतम मानकों को प्राप्त किया है।
1. बलजिंदर सिंह, उप-निरीक्षक (क्रमांक 1519/सीएचजी)
- शामिल होने की तिथि: 19 नवम्बर 1987 (कांस्टेबल के रूप में)
- विशेष क्षेत्र: आरटीसी (रिज़र्व पुलिस टुकड़ी)
- प्रविष्टि: सराहनीय सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएम)
बलजिंदर सिंह ने पुलिस विभाग में अपनी सेवाएं कांस्टेबल के रूप में शुरू की और अपनी उत्कृष्ट कार्य क्षमता, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा के कारण उच्चतम पद तक पहुंचे। विशेष रूप से आरटीसी (रिज़र्व पुलिस टुकड़ी) के क्षेत्र में उनके योगदान को सराहा गया है, जहाँ उन्होंने कई चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अपनी कुशलता और नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन किया है। उनकी ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा के लिए उन्हें यह प्रतिष्ठित पदक प्रदान किया गया है।
2. मंजीत सिंह, एएसआई (नंबर 1871/सीएचजी)
- शामिल होने की तिथि: 07 नवम्बर 1988 (कांस्टेबल के रूप में)
- विशेष क्षेत्र: ट्रैफ़िक
- प्रविष्टि: सराहनीय सेवाओं के लिए पुलिस पदक (पीपीएम)
मंजीत सिंह ने भी अपने पुलिस करियर की शुरुआत कांस्टेबल के रूप में की थी, और बाद में ट्रैफ़िक विभाग में एएसआई के पद पर कार्यरत हुए। ट्रैफ़िक नियंत्रण और सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को विशेष रूप से सराहा गया है। मंजीत सिंह ने हमेशा अपनी ड्यूटी को पूरी जिम्मेदारी से निभाया और उनके द्वारा किए गए कार्यों ने ट्रैफ़िक व्यवस्था में सुधार किया है, जिससे उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा और सुविधा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
इन दोनों अधिकारियों को उनके उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है, जो चंडीगढ़ पुलिस के समर्पण और कड़ी मेहनत का प्रतीक हैं। यह पुरस्कार उनके पेशेवर कर्तव्यों के प्रति उनके समर्पण और असाधारण कार्यों के लिए दिया गया है। उनकी मेहनत और प्रयासों को न केवल पुलिस विभाग द्वारा, बल्कि नागरिकों द्वारा भी सराहा जाता है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →