चंडीगढ़ यूटी की झांकी 10 साल बाद कर्तव्य पथ पर नजर आएगी: विरासत और विकास की कहानी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 25 जनवरी: इस गणतंत्र दिवस 2025 पर 10 साल बाद चंडीगढ़ की झांकी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर अपनी खास पहचान बनाएगी। यूटी प्रशासन ने "स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास" थीम पर आधारित झांकी को तैयार किया है, जिसमें शहर की सांस्कृतिक और आधुनिक उपलब्धियों का संगम नजर आएगा।
पीएम के सपने को मिलेगी उड़ान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "मॉडल सोलर सिटी" के सपने को साकार करने के उद्देश्य से इस झांकी में चंडीगढ़ की ग्रीन और सस्टेनेबल विकास की यात्रा को दर्शाया गया है। झांकी में नेक चंद का प्रसिद्ध रॉक गार्डन, जापानी गार्डन और पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट जैसे प्रतिष्ठित स्थानों को शामिल किया गया है।
झांकी की अनूठी तैयारी
चंडीगढ़ के गवर्नमेंट आर्ट कॉलेज सेक्टर-10 के प्रोफेसरों राजेश शर्मा, आनंद शर्मा और अंजलि अग्रवाल के नेतृत्व में झांकी को तैयार करने में तीन महीने से अधिक का समय लगा। इस थीम के लिए अक्टूबर 2024 से ही गहन तैयारी शुरू हो गई थी। डिजाइन तैयार करने में दिल्ली की एक विशेषज्ञ टीम और एक निजी कंपनी ने भी सहयोग किया।
विरासत और विकास की उड़ान
झांकी में एक विशाल तितली को दर्शाया गया है, जो चंडीगढ़ के विकास और नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ने का प्रतीक है। इसके साथ ही गुलाब के फूलों और पत्थरों से बने मूर्तियों के माध्यम से शहर की कला और प्राकृतिक सुंदरता को प्रस्तुत किया गया है।
खास आकर्षण
झांकी में चंडीगढ़ की हरियाली, स्वच्छता और स्मार्ट सिटी पहल को प्रमुखता से दिखाया गया है। झांकी को लेकर शहरवासियों में उत्साह का माहौल है, जो इसे राष्ट्रीय मंच पर देखने का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
इस बार गणतंत्र दिवस पर चंडीगढ़ की झांकी न केवल शहर की पहचान को और मजबूत करेगी, बल्कि "विरासत और विकास" के साथ भारत के स्वर्णिम भविष्य का संदेश भी देगी।
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