बरसात के मौसम में इन चीजों से करें परहेज, बिगड़ सकती है सेहत
चंडीगढ़ , 17 सितंबर, 2024 :
बारिश के मौसम में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में साफ-सफाई रखने के साथ-साथ खान-पान में भी बदलाव की जरूरत होती है। खाने-पीने के दौरान कुछ चीजों से परहेज करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, इस महीने में बारिश के दौरान शरीर में वात बढ़ता है और पित्त जमा होने लगता है, जिससे कई बीमारियां बढ़ने लगती हैं, वहीं मौसमी बीमारियां भी जल्दी पकड़ लेती हैं। इसलिए कुछ चीजों का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। आइए जानें क्या हैं वो चीजें।
मांसाहारी भोजन से बचें
बरसात के दिनों में भी मांसाहारी भोजन से बचना चाहिए. इस मौसम में कीटाणु अधिक पनपते हैं जिसके कारण मांसाहार खाने से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। मांसाहारी भोजन को पचाना भी मुश्किल हो जाता है, जिससे गैस और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए मांसाहारी भोजन खाने से बचना चाहिए।
हरी पत्तेदार सब्जियां
बरसात के दिनों में हरी सब्जियों का सेवन नहीं करना चाहिए. इस मौसम में हरी सब्जियां प्रदूषित पानी और रसायनों से प्रभावित होती हैं। दिखाई न देने वाले कीट हरी सब्जियों को प्रभावित करते हैं और पत्तेदार सब्जियों को संक्रमित करते हैं। इसलिए हरी सब्जियों जैसे पालक, अमरूद या अन्य पत्तेदार सब्जियों का सेवन न करें।
प्रोसेस्ड फूड
बरसात के दिनों में कोई भी बाहरी खाना या प्रोसेस्ड फूड नहीं खाना चाहिए. इसे पचाना बहुत मुश्किल हो जाता है. जितना हो सके आपको ब्रेड, चिप्स या अन्य खाद्य पदार्थ खाने चाहिए। जूस का सेवन बाहरी तौर पर नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे संक्रमण हो सकता है। साथ ही तैलीय और तले हुए खाद्य पदार्थ खाने से भी बचना चाहिए।
दही का सेवन
कहा जाता है कि बारिश के बाद दही का सेवन नहीं करना चाहिए. इस मौसम में दही में अच्छे बैक्टीरिया के साथ-साथ बुरे बैक्टीरिया भी पनप जाते हैं। इससे पेट में खराब बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं और आपको पेट से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। खासतौर पर खट्टा दही तो बिल्कुल न खाएं।
डेयरी उत्पाद
बरसात के मौसम में आपको दूध, दही, पनीर आदि का सेवन कम करना चाहिए. इस मौसम में मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और डेयरी उत्पाद धीरे-धीरे पचते हैं, जिससे शरीर में पित्त की मात्रा बढ़ने लगती है।
(के.के.)