कांग्रेस कार्यकर्ता निराश जरूर है पर हताश नहीं: कुमारी सैलजा
कहा- अब पार्टी को चिंता की नहीं चिंतन करने की जरूरत है
कार्यकर्ताओं की पहचान होता है संगठन, जो दस सालों से नहीं था
फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की रिपोर्ट पर ही निर्णय लेना हाईकमान
चंडीगढ़/रोहतक, 14 अक्तूबर 2024।
अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने कहा कि सबको उम्मीद थी कि कांग्रेस की सरकार बनेगी पर क्या हुआ उसे पार्टी हाईकमान देख रहा है, हार से कार्यकर्ता निराश जरूर है पर हताश नहीं है। पार्टी चिंता न करके इस पर गहन चिंतन कर रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं की पहचान संगठन होता है जो पिछले 10–12 सालों से नहीं था। अब फैक्ट फाइंडिंग कमेटी कार्यकर्ताओं के बीच जाकर हार के कारणों की तलाश करेगी, इसके बाद कमेटी की रिपोर्ट पर ही हाईकमान निर्णय लेगा।
मीडिया से बातचीत करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस हार गई किसी ने नहीं सोचा था सरकार बनने की पूरी उम्मीद थी, हार-जीत के कई कारण होते है, हार के कारणों की समीक्षा जारी है, पार्टी सभी से फीड बैंक लेगी इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। क्या ईवीएम को हार का कारण बनी के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से यह मामला चुनाव आयोग के समक्ष उठाया गया है अब देखना है कि आयोग इस पर क्या संज्ञान लेता है। क्या प्रदेश संगठन में कोई बदलाप होने जा रहा है के जवाब में कहा कि वे इस बारे में कुछ नहीं कह सकती ये सब हाईकमान के अधिकार क्षेत्र का मामला है। कांग्रेस की बैठक में हार पर राहुल गांधी ने कहा था कि यह हार आपसी फूट के कारण हुई है और उन्होंने इस पर काफी नाराजगी जताई थी पर उन्होंने कहा कि यह अनकही बातें है राहुल गांधी की ओर से ऐसा कोई बयान नहीं आया है।
संगठन का न होना भी क्या हार का एक कारण रहा के जवाब में उन्होंने कहा कि संगठन होना जरूरी है क्योंकि संगठन कार्यकर्ताओं की पहचान होती है, कांग्रेस का स्टेट लेबल से लेकर ब्लाक स्तर तक संगठन था ही नहीं, संगठन से पार्टी का काम होता है, कार्यकर्ताओं को पहचान मिलती है, कार्यकर्ताओं को हार का मलाल जरूर है। दस साल कांग्रेस विपक्ष में रही और अब अगले पांच साल फिर विपक्ष में बैठेगी ऐेसे में कार्यकर्ताओं का क्या होगा के जवाब में उन्होंने कहा कि राजनीति का नाम ही संघर्घ है, जो कमियां रही उन्हें दूर करेंगे, पांच साल तक जनता को कांग्रेस से जोडेंगे, सरकार की जनविरोधी नीतियों को लेकर आवाज उठाएंगे। विपक्ष का काम ही जनता के हितों की रक्षा करना होता है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार बन रही है पर भाजपा को जमीन पर काम करना होगा, उसके राज में लोग परेशान न हो, जनसमस्याओं का समाधान होना चाहिए।
क्या हरियाणा में चुनाव जातीय रंग ले गया के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस ३६ बिरादरी की पार्टी है, वह सभी को साथ लेकर चलती है। पर सामाजिक रूप से कुछ बातें होती है। कांग्रेस में सब बातों को लेकर मंथन हो रहा है। उन्होंने कहा कि हार के कारणों का पता लगाने के लिए हाईकमान की ओर से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया जा रहा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोगों की क्या इच्छा थी, उन्हें क्या दिखाया गया, लोगों का क्या रिएक्शन था इसे भी देखना होगा। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि हार से कार्यकर्ता निराश है पर हताश नहीं हैं। दस साल में विपक्ष में बैठे रहना आसान नहीं होता पर कार्यकर्ताओं ने खूब मेहनत की जिसके लिए वे कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करती है। कार्यकर्ताओं नए जोश और उत्साह के साथ फिर से काम करेगा। कुछ कांग्रेस उम्मीदवारों का आरोप है कि वे हारे नहीं हराये गए है पर उन्होंने कहा कि सबके अपने अपने अनुभव है, सभी जीतने के लिए ही चुनाव लड़ते है।
Rg
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