चंडीगढ़ प्रशासन ने 'सुशासन सप्ताह' के तहत सेमिनार का किया आयोजन
के.के. खंडेलवाल, आईएएस (सेवानिवृत्त) और वर्तमान में स्काउट और गाइड के राष्ट्रीय आयुक्त रहे मुख्य अतिथि
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 23 दिसंबर। 'सुशासन सप्ताह' के अंतर्गत, जो 19 से 24 दिसंबर तक मनाया जा रहा है, चंडीगढ़ प्रशासन ने आज यूटी चंडीगढ़ गेस्ट हाउस में एक महत्वपूर्ण सेमिनार आयोजित किया। इस सेमिनार का आयोजन 'सुशासन गांव की ओर' अभियान के तहत किया गया, जिसमें के.के. खंडेलवाल, आईएएस (सेवानिवृत्त) और वर्तमान में स्काउट और गाइड के राष्ट्रीय आयुक्त ने मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। खंडेलवाल इससे पहले 23 अक्टूबर 1995 से 17 जुलाई 1998 तक चंडीगढ़ में उपायुक्त के रूप में कार्य कर चुके हैं।
सेमिनार का उद्घाटन करते हुए चंडीगढ़ के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि सुशासन सप्ताह का मुख्य उद्देश्य सरकारी सेवाओं को नागरिकों के दरवाजे तक पहुंचाना, सक्रिय शिकायत निवारण प्रणाली लागू करना और विभागों की अच्छे कार्यों को उजागर करना है। उन्होंने यह भी कहा कि इस अभियान का लक्ष्य पारदर्शिता को बढ़ावा देना और जमीनी स्तर पर नागरिक-केंद्रित शासन को मजबूत करना है।
इस दौरान, चंडीगढ़ प्रशासन के तीन प्रमुख विभागों—सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, समाज कल्याण विभाग और नगर निगम स्मार्ट सिटी ने अपनी सर्वोत्तम प्रथाओं और सेवाओं के बारे में प्रस्तुति दी। आई.टी. विभाग ने जीआईएस-लिडार मैपिंग, सेवा पोर्टल, भूमि रिकॉर्ड डिजिटलीकरण, ई-आस्पताल और ई-आवास परियोजनाओं की जानकारी दी। समाज कल्याण विभाग ने आईसीडीएस, मिशन सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 जैसी योजनाओं के तहत उठाए गए कदमों का विवरण प्रस्तुत किया। वहीं स्मार्ट सिटी विभाग ने 'यूपीवाईओजी' और 'ओबीपीएएस' जैसी तकनीकी पहलों पर प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि के.के. खंडेलवाल ने सुशासन के 8 सिद्धांतों और प्रशासन में सुशासन को मापने और निगरानी करने के मापदंडों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को एक टीम के रूप में काम करने और बेहतर परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया, साथ ही संसाधनों के तर्कसंगत उपयोग के महत्व पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम में निशांत कुमार यादव, उपायुक्त, चंडीगढ़, अमनदीप सिंह भट्टी, अतिरिक्त उपायुक्त, सुमित सिहाग, निदेशक, आई.टी., राजीव तिवारी, निदेशक जनसंपर्क और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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