गणतंत्र दिवस पर वीरता का सम्मान: राष्ट्रपति ने 93 बहादुरों को वीरता पुरस्कार प्रदान किए
बाबूवशाही ब्यूरो
नई दिल्ली, 25 जनवरी। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सशस्त्र बलों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ), और अन्य कर्मियों के अदम्य साहस और बलिदान को सम्मानित करते हुए 93 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी। इनमें 11 पुरस्कार मरणोपरांत प्रदान किए गए हैं।
प्रमुख वीरता पुरस्कारों में दो कीर्ति चक्र (एक मरणोपरांत), 14 शौर्य चक्र (तीन मरणोपरांत), 66 सेना पदक (सात मरणोपरांत), दो नौसेना पदक (वीरता) और आठ वायुसेना पदक (वीरता) शामिल हैं। इसके अलावा, सशस्त्र बलों और अन्य कर्मियों को 305 रक्षा अलंकरण भी प्रदान किए गए।
सीआरपीएफ को सर्वोच्च वीरता सम्मान
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने 21 वीरता पदक प्राप्त किए, जो सीएपीएफ और राज्य पुलिस बलों में सबसे अधिक हैं। इनमें दो शौर्य चक्र और 19 वीरता पदक शामिल हैं।
साहसिक अभियानों का सम्मान
जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन: 11 पदक।
माओवादी विरोधी अभियान: वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में असाधारण बहादुरी के लिए 9 पदक।
पूर्वोत्तर में साहसिक कार्रवाई: 1 पदक।
असाधारण पराक्रम का प्रदर्शन
असम-अरुणाचल सीमा पर सर्वोच्च बलिदान देने वाले कांस्टेबल सुनील कुमार पांडे को मरणोपरांत सम्मानित किया गया। वहीं, झारखंड के चतरा में 3 अप्रैल 2023 को एक भीषण नक्सली मुठभेड़ में 203 कोबरा यूनिट के डिप्टी कमांडेंट विक्रांत कुमार और इंस्पेक्टर जेफरी हमिंगचुल्लो ने असाधारण साहस दिखाते हुए 5 माओवादियों को मार गिराया और बड़ी मात्रा में हथियार बरामद किए। दोनों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति द्वारा प्रदान किए गए इन सम्मानों ने देश की रक्षा में लगे जवानों की बहादुरी और समर्पण को एक बार फिर रेखांकित किया है। सीआरपीएफ और अन्य बलों ने इन वीरों को सलाम करते हुए उन्हें प्रेरणा का स्रोत बताया।
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