भाखड़ा ब्यास इम्पलाईज यूनियन एटक-ऐफी की भूख हड़ताल का 20वां दिन: कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर संघर्ष जारी
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 27 जनवरी: भाखड़ा ब्यास इम्पलाईज यूनियन एटक-ऐफी द्वारा कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर शुरू की गई क्रमिक भूख हड़ताल बीसवें दिन में प्रवेश कर गई है। यह भूख हड़ताल बी बी एम बी मुख्यालय, सेक्टर 19 बी, चंडीगढ़ के समक्ष चल रही है। यूनियन शाखा भिवानी के साथियों राजेन्द्र कुमार और बाबू राम को प्रधान जरनैल सिंह और साथी गुरनाम सिंह नगंल यूनिट द्वारा जूस पिलाकर हड़ताल से उठाया गया। इसके बाद अगले 24 घंटे के लिए नगंल यूनिट के प्रधान जरनैल सिंह और साथी गुरनाम सिंह को, साथी काबुल सिंह चंडीगढ़ और महासचिव सुरेश कुमार ने हार पहनाकर हड़ताल में बैठाया।
महासचिव का बयान:
प्रेस नोट में महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने कर्मचारियों की प्रमुख मांगों के बारे में जानकारी दी। उनकी प्रमुख मांगें इस प्रकार हैं:
2022/23 और 2023/24 का उत्पादन भत्ता।
राजस्थान और अन्य राज्यों से आए कर्मचारियों को बी बी एम बी के वेतनमान का भुगतान।
अनुबंधित कर्मचारियों को नियमित कर्मचारियों की तरह ओवर टाइम, मेडिकल और छुट्टियों सहित सभी सुविधाएं देना।
1 जनवरी 2016 से 30 जून 2021 तक बकाया एरियर का भुगतान।
पार्ट टाइम कर्मचारियों का समय बढ़ाना, डी सी रेट सैंटर का देना और नियमित करना।
कैशलेस सुविधा उपलब्ध कराना।
आउटसोर्स भर्ती बंद कर सीधे भर्ती करने की मांग।
डेली वेज कर्मचारियों का नियमित करना और ब्यास डैम की 50वीं सिल्वर जुबली के उपलक्ष्य में दो महीने का वेतन देना।
पेस्को के माध्यम से रखे गए कर्मचारियों को श्रमायुक्त चंडीगढ़ के आदेशानुसार बकाया एरियर का भुगतान और अन्य सभी मांगों का स्थायी समाधान।
यूनियन ने यह निर्णय लिया है कि 3 फरवरी 2025 के बाद एक हाउस मीटिंग बुलाकर अगला फैसला लिया जाएगा। यूनियन का कहना है कि जब तक उपरोक्त मांगों का समाधान नहीं होता, उनका संघर्ष जारी रहेगा।
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