जिस गांव में माइनिंग चल रहीं उस गॉव की पंचायत के खिलाफ होगी कार्रवाई - उपायुक्त
माइनिंग विभाग ने अक्टूबर माह में 11 वाहन किए इम्पाउंड
18.73 लाख जुर्माना वसूला और 9 एफआईआर दर्ज
उपायुक्त ने लघु सचिवालय के सभागार में डीएलटीएफ समिति की ली बैठक
रमेश गोयत
पंचकूला, 19 नवम्बर - उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने लघु सचिवालय के सभागार में डीएलटीएफ समिति की आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। उपायुक्त ने बैठक में अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि अक्टूबर माह में माईनिंग विभाग ने अवैध माइन करने वाले 11 वाहनों को इम्पाउंड किया। इन पर 18 लाख 73 हजार रूपये जुर्माना लगाया और नौ वाहनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया, इनमें खनन करवाने वाले दो भूमि मालिकों पर भी केस हुआ है।
उपायुक्त ने आरटीए को निर्देश दिए कि नवम्बर माह में चालानों की संख्या को बढ़ाया जाए। प्रदूषण को लेकर माइनिंग की गाइडलाइन भी जारी हुई हैं। कोई भी वाहन बिना कवर किए सड़कों पर आवाजाही नहीं कर सकता। वहीं ओवरलोडिड वाहनों को किसी भी स्तर पर नहीं छोड़ा जाए। उन्हांने कहा कि अक्टूबर माह में अनकवर्ड, बिना नंबर प्लेट, ओवर लोडिड होकर चलने वाले 250 वाहनों के आरटीए विभाग ने चालान काटे हैं।
मोनिका गुप्ता ने कहा कि उप मण्डल अधिकारियों के नेतृत्व में टास्क फोर्स का गठन किया हुआ है। जिला के पंचकूला व कालका उप मंडल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में निरीक्षण करें। साथ में सम्बन्धित खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी, पुलिस अधिकारी और वन विभाग के अधिकारियों को भी शामिल करें। उन्हांने अगले महीने हाने वाली मीटिंग में दो उपमंडलों से अलग से रिपोर्ट करने के लिए निर्देश दिए।
उपायुक्त ने कहा कि यदि जिला में पंचायती भूमि पर कहीं पर माइनिंग हो रही है और सरपंच व ग्राम सचिव इस बारे में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं करवाते हैं तो ऐसे में उनकी मिलीभगत होने की सम्भावनाएं जाहिर होती हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत एवं विकास अधिकारियों से इस विषय में रिपोर्ट ली जाए। लगातार उपायुक्त कार्यालय में ऐसी शिकायतें आ रही हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि ऐसी पंचायतों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए।
उपायुक्त ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो तहसील कार्यालय के अधिकारियों को लेकर क्रेशरों की स्थानों की जांच करें। जो क्रेशर निर्धारित स्थानों पर नहीं मिलते उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाए। उन्होंने कहा कि शिकायतें मिल रही हैं कि कुछ क्रेशर नदी के किनारे स्थापित हैं और वो मौका पाते ही नदी से खुदाई कर रहे हैं और जांच होते ही अपने वाहनों को क्रेशर पर खड़ा कर देते हैं। ऐसे लोगों पर सख्ती बरती जाए।
इस मौके पर आरटीए हैरतजीत कौर, एसडीएम पंचकूला गौरव चौहान एसडीएम कालका राजेश पुनिया, डीएफओ विशाल कौशिक, माइनिंग अधिकारी गुरजीत सिंह, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन आशीश चौधरी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के रीजनल ऑफिसर सुधीर मोहन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।