दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रदेश में सड़क सुरक्षा कोष का किया जाएगा गठन - रणबीर गंगवा
पीडब्ल्यूडी विभाग सड़कों की गुणवत्ता जांच करने वाले आधुनिक यंत्रों की कर रहा खरीद - लोक निर्माण मंत्री
पीडब्ल्यूडी विभाग ने बड़े स्तर पर समयबद्ध 3700 किलोमीटर सड़कों पर लगाई सफेद पट्टी - रणबीर गंगवा
लोक निर्माण मंत्री 11 से 17 जनवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह में बतौर मुख्यतिथि पहुंचे
रमेश गोयत
पंचकूला, 11 जनवरी - लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने कहा कि प्रदेश में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सड़कों पर अतिरिक्त काम करने की जरूरत है। जिसके लिए प्रदेश में जल्द ही सड़क सुरक्षा कोष का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सड़कों की क्वालिटी जांच के लिए प्रदेश में पीडब्ल्यूडी विभाग गुणवत्ता जांचने वाले आधुनिक यंत्रों की खरीद कर रहा है, जो निर्माण के दौरान और बाद में गुणवत्ता बताते हुए सड़कों के सुदृढ़ीकरण को बढ़ावा देने में मददगार होगा।
लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा आज सेक्टर-1 स्थित पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में आयोजित 11 से 17 जनवरी तक चलने वाले सड़क सुरक्षा सप्ताह में बतौर मुख्यतिथि संबोधित कर रहे थे।
रणबीर गंगवा ने बताया कि इस बार पीडब्ल्यूडी विभाग ने बड़े स्तर पर समय रहते 3700 किलोमीटर दूरी को सफेद पट्टी से कवर किया है। जो धुंध व फोग के दौरान सड़क हादसे रोकने में मद्दगार साबित होगी। साथ ही इनसे वाहन चालकों को अपने गंतव्य पर जाने में सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों को पहले ही इस कार्य के निर्देश दिए गए थे। जिसको समयबद्ध विभाग ने पूरा किया है। इसके लिए विभाग के अधिकारी बधाई के पात्र हैं।
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान अलग-अलग राज्यों से एक्सपर्ट को बुलाकर कार्यशाला का आयोजन करते हुए विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों और ठेकेदारों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जो पूरे साल सड़कों पर रहने वाली कमियों को पूरा करने में मद्द करेगा। उन्होंने विश्वास जताते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण के बाद विभाग का स्टाफ जागरूकता के साथ सड़क निर्माण व सुविधाओं को मुहैया करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगा।
युवाओं को किया जाएगा जागरूक
रणबीर गंगवा ने कहा कि सड़कों पर कुछ स्कूल और कॉलेज बने हुए हैं, जहां पर हर समय हादसे होने का अंदेशा बना रहता है। ऐसे स्कूलों और कॉलेजों में युवाओं को जागरूक किया जाएगा। स्कूल-कॉलेज के समयानुसार शिविरों का आयोजन कर पीडब्ल्यूडी विभाग के कर्मचारी-अधिकारी कार्यशालाओं का आयोजन कर युवाओं को जागरूक करेंगे।
उन्होंने कहा कि स्कूलों को भी अपनी तरफ से जो कार्य व सुविधाएं तैयार करवानी है। उनको भी इस बारे में बताकर उपलब्ध करवाई जाएं, ताकि स्कूलों और कॉलेजों में ही युवाओं को अपनी सुरक्षा की जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि युवाओं को यातायात नियमों और सड़क सुरक्षा के बारे जानकारी होने के बाद हादसों में काफी गिरावट आएगी।
दुर्घटना रोकने के लिए सड़कों के गड्ढे खत्म हों
लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि सड़क निर्माण के कार्य में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दास्त नहीं की जाएगी। किसी भी कार्य में क्वालिटी के साथ समझौता नहीं होगा। उन्होंने बताया कि अब विभाग क्वालिटी जांच के लिए आधुनिक यंत्रों की खरीद कर रहा है। ये यंत्र ऐसे हैं जो निर्माण के दौरान और निर्माण होने के कई साल बाद भी गुणवत्ता की जानकारी मुहैया करवाएगा। इससे क्वालिटी में गिरावट आएगी तो संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रदेश की किसी भी सड़क में गड्ढे नहीं होने चाहिए। गड्ढेमुक्त सड़कें होने पर हादसों को काफी हद तक रोका जा सकेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सड़कों पर आवश्यकता के अनुसार जहां जरूरत हो वहां पर साइन बोर्ड, ब्रेकर, रिफलेक्टर, सफेद पट्टी सहित अन्य सेफटी आइटम लगाई जाए।
सड़कों पर दी जाने वाली सुविधाओं की लगाई प्रदर्शनी
लोक निर्माण मंत्री रणबीर गंगवा ने विभाग द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जहां पर विभाग ने सड़कों पर दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी और प्रारूप को तैयार किया हुआ था। साथ ही सड़क निर्माण में प्रयोग होने वाली सामग्री के नमूने भी प्रदर्शनी में शामिल किये गए। प्रदर्शनी में विभाग ने उन वस्तुओं को भी शामिल किया गया, जो आने वाले समय में विभाग द्वारा प्रयोग में लाई जानी हैं। इनमें विशेषकर गुणवत्ता जांचने वाला यंत्र शामिल रहे। जिनकी लोक निर्माण मंत्री ने काफी सराहना की।
प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 को देशभर में हुई लागू
ग्रामीण विकास मंत्रालय के संयुक्त सचिव एवं नेशनल ग्रामीण सड़क एवं बुनियादी ढांचा विकास एजेंसी के निदेशक अमित शुकला ने बताया कि विश्व के हिसाब से देश की आबादी एक प्रतिशत है, दुर्घटनाएं 6 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं होती है, जिनमें काफी जान व माल का नुकसान होता है। इस लिए हमें सड़क सुरक्षा सप्ताह को हर रोज अपनाना चाहिए। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार ने हाल ही में प्रधानमंत्री ग्रामीण संपर्क योजना-4 को लागू किया गया है। इसके तहत जिन गांवों में संपर्क के लिए सड़क नहीं है, वहां पर सड़कों को निर्माण किया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी इंजीनियर इन चीफ राजीव यादव ने भी प्रदेश की सड़कों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इवनिंग सत्र में 3डी कंपनी के रेगुलेटरी अफेयर मैनेजर ऑफ इंडिया ट्रेनर स्वतंत्र कुमार, एक्ससीआरआरआई ट्रेनर सतेन्द्र कुमार और जयपुर से ट्रेनर अश्वनी बग्गा ने रोड सेफटी को लेकर विस्तार से जानकारी दी।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम में पीडब्ल्यूडी इंजीनियर इन चीफ अनिल दहिया, एचएसआरडीसी के प्रबन्ध निदेशक वीरेन्द्र मलिक, चीफ इंजीनियर योगेश मोहन मेहरा और अरूण जगा, चीफ इंजीनियर नेशनल हाईवे हनुमत सांगवान, एडवाइजर एसपी सिरोहा, चीफ इंजीनियर बिल्डिंग एवं मैकेनिक राजेश आहूजा, एसई चंडीगढ़ संदीप गोयल, एक्सईएन जगविन्द्र रंगा, एसडीओ सुमित, जेई जतिन एवं अमन सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
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