एमएसपी गारंटी कानून का वादा निभाए भाजपा सरकार : रणदीप सुरजेवाला
किसानों को दिल्ली जाकर अपने हकों की आवाज बुलंद करने से रोकना लोकतंत्र पर प्रहार !
खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से आमरण अनशन किए हुए जगजीत सिंह डल्लेवाल से मिलकर उनके स्वास्थ्य का हाल-चाल जाना।
रमेश गोयत
चंडीगढ-10 जनवरी 2025।
गर्मी,सर्दी, ओलावृष्टि और विपरीत परिस्थितियों में बावजूद लगभग 11 महीनों से खनौरी और शंभू बॉर्डर पर किसानों ने मोर्चा लगाया हुआ है। आज शुक्रवार को कांग्रेस राष्ट्रीय महासचिव एवं सांसद रणदीप सुरजेवाला ने खनौरी बॉर्डर का दौरा किया, जहां उन्होंने संघर्षरत किसानों के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। किसान आंदोलन के चलते जगजीत सिंह डल्लेवाल लगभग 46 दिन से अनशन पर बैठे हैं और उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है। रणदीप सुरजेवाला जी ने किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल जी के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त की है।कांग्रेस नेता ने कहा है कि डल्लेवाल की स्थिति गंभीर है और केंद्र सरकार को अड़ियल रुख छोड़ते हुए किसानों की मांगें मानकर तत्काल जगजीत डल्लेवाल का अनशन खत्म करवाना चाहिए। डल्लेवाल केंद्र सरकार पर फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत किसानों की विभिन्न मांगों के लिए आमरण अनशन पर हैं! उन्होंने किसी चिकित्सा सहायता लेने से इनकार कर दिया है, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ गया है!
सुरजेवाला ने कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात हैं देश का पेट भरने वाला अन्नदाता आज खुद के हकों के लिए भूखा बैठा हैं। न्यूनतम समर्थन मूल्य को लेकर सुप्रीम कोर्ट और संसद की समिति ने सिफारिशें की हैं, लेकिन केंद्र सरकार अब तक इस पर गंभीर कदम उठाने में असमर्थ नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल किसान नेताओं की नहीं, बल्कि पूरे किसान समुदाय की समस्या है। उन्होंने सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को न तो किसानों की चिंता है और न ही उनकी मांगों को उठाने वाले नेताओं की। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह न केवल डल्लेवाल जैसे नेताओं की बात सुने, बल्कि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान निकाले।
रणदीप सुरजेवाला ने खनोरी बॉर्डर पर मीडिया से बातचीत में कहा कि डल्लेवाल का जीवन सभी के लिए अनमोल है।उन्होंने कहा, ''डल्लेवाल व्यक्तिगत हित के लिए नहीं, बल्कि किसानों की जायज मांगों के लिए अनशन कर रहे हैं।' उन्होने कहा कि किसानों की एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित विभिन्न मांगें पूरी तरह से जायज हैं और लंबे समय से लंबित हैं। सुरजेवाला ने साथ ही दावा किया कि हरियाणा में किसानों को अनाज पर एमएसपी नहीं मिल रही है।
सुरजेवाला जी ने डल्लेवाल जी को आश्वासन दिया है कि कांग्रेस पार्टी और हम सब उनके साथ है और एमएसपी के गारंटी का कानून हमारे लिए सर्वोपरि है। इस दौरान सुरजेवाला जी ने संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं जोगेंद्र सिंह उग्रांहा,दर्शन पाल समेत कई किसान नेताओं से भी मुलाकात की। और किसानों की मांगों को लेकर चर्चा की।
सांसद रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अब तक किसानों का पूरा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा है। सरकार की बात मानते हुए किसान बिना ट्रैक्टर ट्रॉली के दिल्ली जाने को भी राजी हो गए हैं। फिर भी किसानों को दिल्ली जाने से रोकना पूरी तरह अलोकतांत्रिक कदम है। प्रजातंत्र में सभी नागरिकों को शांतिपूर्ण तरीके से कहीं भी आने-जाने या अपनी बात कहने का अधिकार है। किसानों की मांग पूरी तरह जायज और कई साल पुरानी है। खुद भाजपा ने एमएसपी का वादा करके किसान आंदोलन को खत्म करवाया था। किसानों को दिए गए आश्वासन के मुताबिक अब तक एमएसपी कमेटी का कोई अता-पता नही है। अब किसान सरकार को वही वादा याद दिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही किसानों को स्वामीनाथन फार्मूले के तहत एमएसपी देने की पक्षधर रही है। भाजपा ने स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करके किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था, लेकिन सत्ता में आने के बाद वादे को भूल गई और किसानों की आय बढ़ाने की जगह लागत को कई गुना बढ़ा दिया।किसानों की मेहनत के बिना देश का विकास संभव नहीं है। सरकार को एमएसपी पर ठोस नीति बनानी चाहिए। केंद्र सरकार को संवेदनहीन रवैया छोड़कर तत्काल किसानों से बात कर उनकी मांग पूरी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार में किसान की स्थिति किसी से छुपी नहीं है। सरकार के अहंकारी और असंवेदनशील रुख से पहले किसान आंदोलन में 700 से अधिक किसानों की शहादत को भी देश नहीं भूला है।और अब भी किसानों की जायज मांग पर अत्याचार जारी है।
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