भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने रिश्वतखोरी के मामले में पूर्व डीआरओ सहित चार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में दाखिल किया चालान
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 11 जनवरी 2025: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने पलवल के पूर्व जिला राजस्व अधिकारी (डीआरओ) सुशील शर्मा और उनके तीन सहयोगियों के खिलाफ रिश्वतखोरी और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में माननीय अदालत में चालान दाखिल कर दिया है।
शिकायत का विवरण:
आलिम, निवासी ग्राम खाईका, जिला पलवल ने ब्यूरो को शिकायत दी थी कि उनकी जमीन की गिरदावरी को लेकर चल रहे न्यायालय मामले में तत्कालीन जिला राजस्व अधिकारी सुशील शर्मा ने निर्णय को उनके पक्ष में करने के लिए ₹2 लाख रिश्वत की मांग की थी। इनमें से ₹1 लाख पहले उनके सेवादार नरेश के माध्यम से लिया गया, जबकि शेष ₹1 लाख उनके रीडर दयाराम ने वकील वीरेंद्र सिंह उर्फ बीरू के जरिए मांगे। शिकायतकर्ता ने 20 अक्टूबर 2022 को एसीबी को इस बारे में सूचित किया।
कार्रवाई:
ब्यूरो ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वीरेंद्र सिंह को ₹1 लाख रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसी दिन आरोपी दयाराम को भी गिरफ्तार कर लिया गया। मामले की जांच में सुशील शर्मा और उनके सेवादार नरेश की भी संलिप्तता पाई गई, जिन्हें बाद में गिरफ्तार किया गया।
आरोपियों की स्थिति:
चारों आरोपी—सुशील शर्मा (तत्कालीन डीआरओ), दयाराम (रीडर), वीरेंद्र सिंह (वकील), और नरेश (सेवादार)—फिलहाल अदालत से जमानत पर हैं।
चालान की स्थिति:
जांच पूरी होने के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने 10 जनवरी 2025 को धारा 7, 7ए, 13(1)बी सहपठित 13(2) पीसी एक्ट और आईपीसी की धाराओं 420, 467, 468, 471, 201, 120बी के तहत चालान पलवल के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश श्री अभिषेक फुटेला की अदालत में दाखिल किया। अब यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
भ्रष्टाचार पर सख्त रुख:
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के मामलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। ब्यूरो ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की रिश्वतखोरी या भ्रष्टाचार की सूचना तुरंत दें।
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