आउटसोर्स्ड वर्करों की भूख हड़ताल आठवें दिन में दाखिल, प्रशासन पर उदासीनता के आरोप
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 17 मार्च। तीन महीने से वेतन न मिलने के विरोध में आउटसोर्स्ड वर्करों की भूख हड़ताल सोमवार को आठवें दिन में दाखिल हो गई। कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ गवर्नमेंट एंड एमसी इम्प्लाइज एंड वर्कर्स यूटी चंडीगढ़ के बैनर तले नगर निगम और विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने सैक्टर-16 के मेंटेनेंस बूथ पर धरना जारी रखा। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि प्रशासन वेतन भुगतान को लेकर संजीदा नहीं है, जिससे वे भूखमरी की कगार पर पहुंच गए हैं।
आज भूख हड़ताल पर बैठने वालों में दीपक कुमार (वाटर सप्लाई नगर निगम), गुरप्रीत सिंह (बिल्डिंग मेंटेनेंस), गगनदीप सिंह, जसप्रीत सिंह, सुमित (इलेक्ट्रिकल एडमिन), परवीन, लखबीर (पब्लिक हेल्थ एडमिन), गुरदेव सिंह (प्रधान, चंडीगढ़ रिटायर्ड एम्प्लॉइज मंच), तिलक बहादुर साहू, सुनील दीपक और राम आशीष (रोड विभाग) शामिल थे।
इस मौके पर संगठन के प्रधान सतिंदर सिंह, महासचिव राकेश कुमार, कैशियर किशोरी लाल, यशपाल, वरिंदर बिष्ट और सुखविंदर सिंह ने प्रशासन की निंदा की। उन्होंने कहा कि बार-बार अनुरोध के बावजूद वेतन नहीं दिया जा रहा है। प्रशासन और लेबर विभाग की हिदायतों की अनदेखी की जा रही है और श्रम कानूनों का पालन नहीं किया जा रहा।
संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर 28 मार्च तक वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो 29 मार्च को यूटी कर्मचारियों की कन्वेंशन बुलाई जाएगी। इसमें 8 अप्रैल को चंडीगढ़ सचिवालय का घेराव करने की रणनीति तैयार की जाएगी। प्रदर्शनकारियों ने मांग की कि उच्च अधिकारियों की बैठक बुलाकर कर्मचारियों की तर्कसंगत मांगों पर विचार किया जाए और जल्द समाधान निकाला जाए, ताकि श्रमिक-प्रशासन संबंधों में तनाव न बढ़े।
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