50 करोड़ के सरकारी घोटाले में बड़ा खुलासा, ACB ने एक और आरोपी को किया गिरफ्तार
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 18 मार्च – हरियाणा में 50 करोड़ रुपये से अधिक के सरकारी धन के गबन के मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) फरीदाबाद ने एक और आरोपी गौतम, कंप्यूटर ऑपरेटर (BDPO कार्यालय, हसनपुर, जिला पलवल) को गिरफ्तार किया है।
ACB की टीम ने 17 मार्च 2025 को आरोपी गौतम को मजबूत सबूतों और साक्ष्यों के आधार पर हिरासत में लिया। आज 18 मार्च को उसे अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।
गौतम ने किया बड़ा खुलासा
पूछताछ में गौतम ने बताया कि इस घोटाले का मास्टरमाइंड राकेश (लिपिक, BDPO हसनपुर) है, जो उसका स्कूल का दोस्त भी था। राकेश ने ही 2017 में गौतम को BDPO कार्यालय में नौकरी दिलवाई थी।
गौतम के अनुसार, यह पूरा घोटाला फर्जी बजट तैयार कर सरकारी खातों से धन निकालने की साजिश पर आधारित था। इसमें कई बड़े नाम शामिल हैं:
- शमशेर (पंचकूला से फर्जी बजट भेजता था)
- तेजेंद्र (कंप्यूटर ऑपरेटर, DDPO कार्यालय पलवल) – बजट को BDPO हसनपुर के खाते में ट्रांसफर करता था
- राकेश (लिपिक) – फर्जी फर्म के जरिए सरकारी धन निकालता था
- विवेक कुमार व अनूप कुमार – फर्जी बिल तैयार करने में मदद करते थे
- सतपाल (सेवादार) और विजेंद्र (ट्रेजरी अधिकारी, होडल) – फर्जी बिल पास करवाने में शामिल थे
गौतम ने यह भी स्वीकार किया कि उसके बैंक खाते में करीब 36 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे, जिसे उसने नकद निकालकर राकेश को सौंप दिया था।
पहले ही 7 आरोपी भेजे जा चुके हैं जेल
ACB फरीदाबाद ने इस मामले में पहले ही सात मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। अब टीम फरार आरोपी तेजेंद्र कुमार (पूर्व क्लर्क, DDPO कार्यालय, पलवल) की तलाश कर रही है। तेजेंद्र की गिरफ्तारी के लिए ACB ने 10,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा भी की है।
क्या था पूरा घोटाला?
- फर्जी बजट पंचकूला से DDPO कार्यालय पलवल भेजा जाता था
- राकेश व तेजेंद्र इसे BDPO हसनपुर के खाते में ट्रांसफर करवाते थे
- शाम के समय फर्जी फर्म ‘मैसर्ज दीपक मैन पावर’ के नाम पर बिल बनाए जाते थे
- बिलों को ट्रेजरी अधिकारी से पास करवा कर सरकारी फंड को निजी खातों में ट्रांसफर किया जाता था
- राकेश व अन्य आरोपियों ने अलग-अलग खातों में पैसे ट्रांसफर कर करोड़ों रुपये गबन किए
गबन का मामला: दर्ज धाराएं
ACB फरीदाबाद ने 24 जनवरी 2025 को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (PC Act) और IT Act की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
आगे क्या?
- गौतम से पूछताछ के बाद और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं
- ACB फरार आरोपी तेजेंद्र की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है
- अन्य संदिग्ध अधिकारियों और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है
ACB का कहना है कि इस घोटाले में शामिल सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाया जाएगा और सरकारी धन की वसूली के लिए भी कार्रवाई की जाएगी।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →