जीजीडीएसडी कॉलेज में ‘ओपन बाजार– 3.0’ का आगाज़,
युवा उद्यमियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए मिला मंच
इनोवेशन और एंट्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए 'ओपन बाजार' में लगाए 34 स्टॉल
चंडीगढ़, 13 अक्तूबर 2024। सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल की ओर से सोमवार को कॉलेज की ग्रीन कैंपस कमेटी के सहयोग से आयोजित दो दिवसीय भव्य 'ओपन बाजार 3.0' का आगाज़ हुआ जो पूरे क्षेत्र के छात्र उद्यमियों को प्रदर्शित करने के लिए समर्पित है। इस इवेंट का उद्देश्य युवा इनोवेटर्स और एंट्रप्रेन्योर्स को बढ़ावा देना है, जिन्होंने अपने व्यवसायों और उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए 34 स्टॉल लगाए। इस अनूठी पहल ने युवा इनोवेटर्स को अपने उद्यम प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान किया, जिससे यह क्षेत्र का एकमात्र ऐसा बाज़ार बन गया जो विशेष रूप से छात्र-नेतृत्व वाले व्यवसायों पर केंद्रित था।
इस इवेंट में भारी भागीदारी देखी गई, जिसमें क्षेत्र के विभिन्न कॉलेजों और संगठनों के उभरते उद्यमियों द्वारा 34 से अधिक स्टॉल लगाए गए, जिनमें उत्पादों और सेवाओं की विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई। ओपन बाजार का उद्घाटन पीएचई लीजिंग लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक एवं डीएवी कॉलेज, जालंधर के पूर्व वाइस-प्रिंसिपल प्रोफेसर वीके सरीन ने किया, जो कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल थे। अपने उद्घाटन भाषण में सरीन ने युवावस्था में उद्यमशीलता कौशल विकसित करने के महत्व पर बल दिया। जमीनी स्तर पर स्टार्ट-अप को बढ़ावा देने से युवाओं में आत्मविश्वास पैदा करने, नवाचार को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता बढ़ाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि हमारे छात्रों में मजबूत उद्यमशीलता की भावना पैदा करने के लिए ‘ओपन बाजार’ जैसी पहल आवश्यक है।
सम्मानित अतिथियों में इनोवेशन मिशन पंजाब (आईएम पंजाब) के सीईओ और मिशन डॉयरेक्टर सोमवीर आनंद, एआईसी-आईएसबी के सीईओ नमन सिंघल और पंजाब यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट पार्टनरशिप प्रोग्राम के मानद निदेशक व टेक्नोलॉजी के कोआर्डिनेटर प्रोफेसर मनु शर्मा शामिल थे। सभी गणमान्य व्यक्तियों ने एक गतिशील मंच बनाने के लिए कॉलेज की सराहना की, जो अकादमिक और वास्तविक दुनिया की उद्यमिता के बीच के अंतर को कम करता है।
लगभग 4,000 विटिटर्स की उपस्थिति के कारण बाजार में न केवल अच्छी बिक्री हुई, बल्कि छात्र उद्यमों के लिए महत्वपूर्ण बाजार दृश्यता भी पैदा हुई। इस ओपन बाजार ने शहर के स्टूडेंट्स के बीच पर्यावरण संरक्षण और एंट्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने की भावना को प्रोत्साहित करने के अपने लक्ष्य को पूरा किया। इस आयोजन ने रचनात्मक और प्रतिभाशाली युवा दिमागों को उजागर किया, जो उद्योग, पर्यावरण, समाज और राष्ट्र की सेवा करने के लिए नए विचारों के साथ आए। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल और उन छात्रों पर गर्व व्यक्त किया, जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाया।
उन्होंने कहा कि हमारे युवा उद्यमियों की ऊर्जा और रचनात्मकता को देखना प्रेरणादायक है, जिनकी कड़ी मेहनत समुदाय से मिलने वाली उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया में परिलक्षित होती है। यह आयोजन इनोवेशन और एंट्रप्रेन्योरशिप को बढ़ावा देने के लिए कॉलेज के निरंतर प्रयासों और कॉलेज को युवा इनोवेटर्स और एंट्रप्रेन्योर्स के लिए सबसे पसंदीदा स्थान बनाने के अनुरूप है। ओपन बाज़ार - 3.0 एक बार फिर नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक जीवंत मंच साबित हुआ है। इंस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल के समन्वयक डॉ. विक्रम सागर ने भी स्टूडेंट वॉलंटियर्स और आईआईसी स्टूडेंट बॉडी की उनके समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि ‘ओपन बाज़ार’ की सफलता हमारे छात्र आयोजकों के अथक प्रयासों का परिणाम है। उनके जुनून और प्रतिबद्धता ने इस आयोजन को उद्यमिता का सच्चा उत्सव बना दिया है। दो दिवसीय बाजार से विद्यार्थी उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण व्यवसाय उत्पन्न होने की उम्मीद है, साथ ही उन्हें वास्तविक दुनिया के बाजार की गतिशीलता का अमूल्य अनुभव और जानकारी भी मिलेगी।
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