पंचकूला में 12 दिसंबर से शुरू होंगे पहले राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेल 2024
रमेश गोयत
पंचकूला। पहले राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेल 2024 का शुभारंभ 12 दिसंबर को पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में होगा। यह आयोजन 12 से 15 दिसंबर 2024 तक चलेगा, जिसमें देशभर से बड़ी संख्या में प्रतिभागी हिस्सा लेंगे। यह कार्यक्रम कला, संस्कृति और पारंपरिक खेलों को राष्ट्रीय मंच पर बढ़ावा देने का ऐतिहासिक कदम है।
आयोजन समिति, जिसकी अगुवाई राजेश जोगपाल कर रहे हैं, ने प्रतिभागियों के लिए परिवहन, आवास और भोजन जैसी सुविधाओं की बेहतरीन व्यवस्था सुनिश्चित की है। इस आयोजन में 5,000 से अधिक प्रतिभागियों के विभिन्न श्रेणियों में प्रदर्शन करने की उम्मीद है, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों के सामने अपनी प्रतिभा दिखाएंगे।
एक महत्वपूर्ण कदम के तहत, गोवा सरकार ने इस आयोजन में भाग लेने और इसके प्रभाव व आयोजन पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नियुक्त किया है।
मुख्य अतिथि: ग्रीस स्थित अंतर्राष्ट्रीय पायथियन काउंसिल के अध्यक्ष, पैनोस काल्टसिस, खेलों का उद्घाटन करेंगे।
विशिष्ट अतिथि: मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, जोस चार्ल्स मार्टिन।
विशेष अतिथि: सुश्री सूमा लाहा और अजय खुराना।
पहले राष्ट्रीय सांस्कृतिक पायथियन खेल 2024 की प्रतियोगिताएं
खेलों में निम्नलिखित आठ प्रमुख श्रेणियों में प्रतियोगिताएं होंगी:
- संगीत: शास्त्रीय, लोक और समकालीन शैलियों में स्वर, वाद्य यंत्र और समूह प्रदर्शन।
- नृत्य: शास्त्रीय, लोक और आधुनिक नृत्य रूप (एकल और समूह)।
- चित्रकला: लाइव पेंटिंग प्रतियोगिताएं और पारंपरिक कला प्रदर्शनियां।
- कविता: कविता पाठ, रचना और स्लैम कविता सत्र।
- डिजिटल कला: एनीमेशन, ग्राफिक डिजाइन और डिजिटल कहानी कहने में प्रतियोगिताएं।
- मार्शल आर्ट्स: पारंपरिक और आधुनिक मार्शल आर्ट्स के रूपों की प्रदर्शनी और प्रतियोगिताएं। इस इवेंट में 1000 मार्शल कलाकारों के शामिल होने की संभावना है।
- पारंपरिक खेल और गतिविधियां: गटक, रस्सी कूद, आर्म रेसलिंग जैसे स्वदेशी खेल और क्षेत्रीय गतिविधियां। इसमें 1500 एथलीट भाग लेंगे।
विशेष आकर्षण
50-बॉल क्रिकेट और गदा युद्ध (पारंपरिक गदा लड़ाई प्रतियोगिता) इस आयोजन के मुख्य आकर्षण होंगे, जो आधुनिक और पारंपरिक रोमांच का अनूठा मेल प्रदान करेंगे।
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