हरियाणा विधानसभा में पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले पर हंगामा, कांग्रेस का वॉकआउट
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 18 मार्च: हरियाणा विधानसभा में मंगलवार को 2009 की पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती घोटाले पर जमकर हंगामा हुआ। भाजपा विधायकों ने इस भर्ती में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए तत्कालीन कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा, जिसके विरोध में कांग्रेस विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया।
भाजपा विधायकों का आरोप – योग्यता के आधार पर नहीं दी गई नौकरियां
जैसे ही शून्यकाल शुरू हुआ, भाजपा विधायक ओपी यादव ने इस मुद्दे को उठाते हुए एक अदालती फैसले का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि 2009 में कांग्रेस शासन के दौरान पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती में टॉप करने वाले उम्मीदवार को गलत तरीके से नौकरी देने से इनकार कर दिया गया, जबकि नौकरी किसी और को दी गई। इस पर संसदीय कार्य मंत्री महिपाल ढांडा ने भाजपा विधायक के दावे का समर्थन किया और कहा कि कांग्रेस सरकार के दौरान नौकरियों में भारी पक्षपात हुआ था।
विज बोले – इसे हुड्डागर्दी कहा जाएगा
हंगामे के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि कांग्रेस शासन में सरकारी नौकरियां योग्यता नहीं बल्कि सिफारिश और भ्रष्टाचार के आधार पर दी जाती थीं। उन्होंने कहा कि अदालत ने भी यह माना है कि टॉप करने वालों को नौकरी नहीं मिली, बल्कि अयोग्य लोगों को भर्ती किया गया। इस मुद्दे पर हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज ने भी कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा –
"अगर कोई गुंडा गलत काम करे, तो उसे गुंडागर्दी कहते हैं। अगर हुड्डा ने किया, तो इसे हुड्डागर्दी कहा जाएगा।"
विज की इस टिप्पणी पर कांग्रेस विधायकों ने जोरदार विरोध जताया। स्पीकर ने इस टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का निर्देश दिया, लेकिन विज ने कहा कि यह असंसदीय शब्द नहीं है। इस दौरान भाजपा विधायकों ने "भारत माता की जय" के नारे भी लगाए, जिससे सदन में और अधिक हंगामा हो गया।
हाईकोर्ट का फैसला – भर्ती में गड़बड़ी थी, लेकिन चयन रद्द नहीं होगा
गौरतलब है कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा 2009 में कराई गई पुलिस इंस्पेक्टर भर्ती को लेकर हाईकोर्ट ने हाल ही में फैसला सुनाया है।
जस्टिस जगमोहन बंसल ने अपने आदेश में माना कि भर्ती प्रक्रिया में कुछ अनियमितताएं हुई थीं, लेकिन ऐसी कोई गंभीर अवैधता सामने नहीं आई, जिसके आधार पर पूरी भर्ती को निरस्त किया जाए। इस फैसले से कांग्रेस को कुछ राहत मिली, लेकिन भाजपा ने इसे कांग्रेस की कथित धांधली का सबूत बताया।
कांग्रेस विधायकों ने किया वॉकआउट
भाजपा विधायकों के आरोपों से नाराज होकर कांग्रेस विधायक रघुवीर सिंह कादियान, कुलदीप वत्स, आफताब अहमद और अन्य नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर दिया। कांग्रेस ने भाजपा पर राजनीतिक द्वेष के तहत पुराने मामलों को उठाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा खुद नौकरियों में पारदर्शिता की मिसाल पेश करने में नाकाम रही है।
आगे क्या?
यह मामला राजनीतिक रूप से गरमाता जा रहा है। भाजपा सरकार इस भर्ती से जुड़े दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकती है, जबकि कांग्रेस इसे राजनीतिक बदले की भावना से उठाया गया मुद्दा बता रही है। इस मामले पर अगले विधानसभा सत्र में और ज्यादा हंगामे की संभावना है।
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