शेयर बाजार में निवेश के नाम पर 10.50 लाख की ठगी, साइबर क्राइम पुलिस जांच में जुटी
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 18 फरवरी: शेयर बाजार में मुनाफे का लालच देकर लोगों को ठगने वाले गिरोह लगातार सक्रिय हैं। ताजा मामला सेक्टर-49, एन्क्लेव के निवासी विनोद हांडा के साथ हुआ, जिनसे 10.50 लाख रुपये की ठगी की गई। इस मामले में साइबर क्राइम थाना, सेक्टर-17, चंडीगढ़ में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धारा 319(2), 318(4), 338, 336(3), 340(2), 61(2) बीएनएस के तहत केस दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता के अनुसार, एक अज्ञात व्यक्ति ने खुद को शेयर बाजार का विशेषज्ञ बताते हुए उन्हें उच्च रिटर्न का लालच दिया और एक फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर निवेश करवाया। कुछ समय तक लाभ दिखाने के बाद, आरोपी ने निवेश की पूरी राशि निकाल ली और संपर्क बंद कर दिया। जब विनोद हांडा ने धोखाधड़ी का एहसास किया, तो उन्होंने तुरंत पुलिस से संपर्क किया।
शेयर बाजार की आड़ में साइबर ठगी के बढ़ते मामले
चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में ऑनलाइन निवेश ठगी के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। पिछले एक साल में ही शेयर बाजार और क्रिप्टोकरंसी में निवेश के नाम पर 45 से अधिक ठगी के मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें ठगों ने कुल 7.8 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी की है।
पिछले एक साल में प्रमुख ठगी के मामले:
- दिसंबर 2024: सेक्टर-22 के एक व्यवसायी से बिटकॉइन में निवेश के नाम पर 32 लाख रुपये ठगे गए।
- नवंबर 2024: पंचकूला के एक रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी से फर्जी स्टॉक ट्रेडिंग एप के जरिए 18 लाख रुपये की ठगी।
- अक्टूबर 2024: मोहाली के आईटी प्रोफेशनल से 9 लाख रुपये की ऑनलाइन निवेश धोखाधड़ी।
कैसे काम करते हैं ये साइबर ठग?
- ऑनलाइन विज्ञापन और कॉल सेंटर: ठग सोशल मीडिया, यूट्यूब और व्हाट्सएप पर निवेश के आकर्षक विज्ञापन चलाते हैं।
- फर्जी वेबसाइट और एप: निवेशकों को फर्जी ट्रेडिंग एप या वेबसाइट पर अकाउंट बनाने के लिए कहा जाता है।
- प्रारंभिक लाभ दिखाना: पहले कुछ ट्रांजैक्शन में मुनाफा दिखाकर विश्वास जीतते हैं।
- बड़ी रकम निवेश कराना: निवेशक जब मोटी रकम डालते हैं, तो ठग उसे निकाल लेते हैं और संपर्क बंद कर देते हैं।
पुलिस का क्या कहना है?
साइबर क्राइम पुलिस के अनुसार, इस तरह की धोखाधड़ी में अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह भी शामिल हो सकते हैं। पुलिस आईपी एड्रेस और ट्रांजैक्शन डिटेल्स की जांच कर रही है। अधिकारियों ने लोगों को किसी अनजान लिंक या ऐप पर पैसा निवेश न करने और संदिग्ध कॉल्स की सूचना तुरंत पुलिस को देने की सलाह दी है।
कैसे बचें साइबर ठगों से?
किसी भी अनजान व्यक्ति या सोशल मीडिया एड पर भरोसा न करें।
निवेश करने से पहले सेबी (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) से प्रमाणित संस्थानों से ही सलाह लें।
किसी को भी ओटीपी या बैंक डिटेल्स साझा न करें।
यदि आपको ठगी का संदेह हो, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
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