हरियाणा में 76 फर्जी खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट का खुलासा;
अंबाला, रोहतक, हिसार और गुरुग्राम के खेल उप निदेशकों ने जारी किए थे प्रमाण पत्र
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 20 फरवरी। हरियाणा में खेल कोटे से सरकारी नौकरियां पाने के लिए फर्जी खेल प्रमाण पत्र बनवाने का बड़ा मामला सामने आया है। राज्य सरकार के पास पहुंची शिकायतों के बाद खेल महानिदेशक संजीव वर्मा ने जांच कराई, जिसमें 76 ग्रेडेशन सर्टिफिकेट संदिग्ध पाए गए।
खेल निदेशालय की ग्रेडेशन वेरिफिकेशन कमेटी ने इन प्रमाण पत्रों को फर्जी करार देते हुए इन्हें रद्द करने की सिफारिश की है। खेल महानिदेशक की रिपोर्ट के आधार पर प्रधान सचिव नवदीप सिंह विर्क ने सभी खेल उप निदेशकों को इन खिलाड़ियों का पक्ष जानने और प्रमाण पत्र रद्द करने की कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
कौन से जिलों के कितने खिलाड़ियों के सर्टिफिकेट फर्जी?
जिला फर्जी सर्टिफिकेट की संख्या
भिवानी 21
फरीदाबाद 02
फतेहाबाद 02
हिसार 09
झज्जर 01
जींद 07
कैथल 03
करनाल 03
कुरुक्षेत्र 05
महेंद्रगढ़ 03
पलवल 02
पानीपत 02
रोहतक 05
सोनीपत 10
दादरी 01
खेल विभाग पर भी उठे सवाल
आश्चर्य की बात यह है कि जिन खेल उप निदेशकों को इन प्रमाण पत्रों को रद्द करने का आदेश दिया गया है, उन्हीं के कार्यालयों ने ये सर्टिफिकेट जारी किए थे। खेल विभाग की ओर से अभी तक संबंधित अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
कैसे मिलते हैं खेल ग्रेडेशन सर्टिफिकेट?
हरियाणा सरकार ने खेल कोटे के तहत खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां देने की नीति बनाई है। इसमें खिलाड़ियों को उनके खेल में भागीदारी और मेडल के आधार पर ग्रेड सी और ग्रेड डी के सर्टिफिकेट दिए जाते हैं। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की सरकार ने कई विभागों में खेल कोटे की नौकरियां बहाल की हैं, लेकिन अब इन फर्जी प्रमाण पत्रों के कारण पूरे सिस्टम पर सवाल उठने लगे हैं। सरकार अब खिलाड़ियों से जवाब मांगने के बाद ही सभी 76 सर्टिफिकेट रद्द करने की प्रक्रिया पूरी करेगी।
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