चंडीगढ़ में शुक्रवार से शुरू होगा 53वां रोज फेस्टिवल,
पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया करेंगे उद्घाटन
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 20 फरवरी : चंडीगढ़ के सबसे बड़े वार्षिक उत्सव रोज फेस्टिवल का शुक्रवार से भव्य आगाज होने जा रहा है। पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया रोज गार्डन, सेक्टर 16 में इस तीन दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन करेंगे।
नगर निगम का अनूठा प्रयास - जीरो बजट फेस्टिवल
इस बार नगर निगम ने रोज फेस्टिवल को शून्य बजट पर आयोजित करने की योजना बनाई है, जहां सभी व्यवस्थाएं प्रायोजकों के सहयोग से पूरी की जाएंगी। निगमायुक्त अमित कुमार ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य सरकारी खर्च को कम करते हुए आयोजन को और भव्य बनाना है।
फेस्टिवल की मुख्य झलकियां
तीन दिवसीय महोत्सव में लोक संस्कृति, मनोरंजन और सौंदर्य का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। आयोजन के दौरान सांस्कृतिक संध्याएं, लोक नृत्य, ब्रास बैंड शो, प्रतियोगिताएं, खेल, फूड कोर्ट, कला प्रदर्शन और लाइव परफॉर्मेंस जैसे कार्यक्रम होंगे।
मुख्य आकर्षण:
लोक नृत्य और पंजाबी भांगड़ा प्रस्तुति
फोटोग्राफी, पेंटिंग, अंताक्षरी और क्विज प्रतियोगिताएं
बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष कार्यक्रम
फेमस लोक कलाकारों और म्यूजिक बैंड्स की लाइव परफॉर्मेंस
बोनसाई और कटे हुए फूलों की प्रदर्शनी
तीन दिवसीय कार्यक्रम का शेड्यूल:
21 फरवरी (शुक्रवार) - उद्घाटन दिवस
सुबह 11:00 बजे: महोत्सव का उद्घाटन (मुख्य अतिथि द्वारा)
11:10 बजे: ब्रास और पाइप बैंड शो
12:30 बजे: लोक नृत्य प्रतियोगिता
शाम 4:30 बजे: पंजाबी भांगड़ा (चंडीगढ़ निरोल सांस्कृतिक अकादमी)
शाम 5:00 बजे: पंजाबी संगीत संध्या (सुखी बराड़ और ग्रुप)
22 फरवरी (शनिवार) - प्रतियोगिता और रोमांच का दिन
सुबह 9:00 बजे: रोज प्रिंस और रोज प्रिंसेस प्रतियोगिता
10:00 बजे: पतंग उड़ाने का कार्यक्रम
10:30 बजे: फोटोग्राफी प्रतियोगिता
11:00 बजे: गतका प्रदर्शन
11:30 बजे: रोज किंग और रोज क्वीन (वरिष्ठ नागरिक)
दोपहर 2:00 बजे: गुलाब प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता
3:30 बजे: मिस्टर रोज़ और मिस रोज़ प्रतियोगिता
शाम 4:30 बजे: सूफियाना गायन (बलबीर जी एंड ग्रुप)
शाम 6:30 बजे: लोपोके ब्रदर्स की विशेष प्रस्तुति
23 फरवरी (रविवार) - समापन समारोह
सुबह 10:00 बजे: बंगाली कलाकारों का प्रदर्शन
10:30 बजे: ऑन द स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता
11:00 बजे: अंताक्षरी प्रतियोगिता
दोपहर 3:00 बजे: समापन समारोह और पुरस्कार वितरण
शाम 5:00 बजे: गीत और ग़ज़ल (श्री अतुल दुबे एवं ग्रुप)
शाम 6:30 बजे: कवि सम्मेलन (नवीन नीर एवं ग्रुप)
इन तीन दिनों के दौरान विभिन्न स्टेजों पर स्थानीय और राष्ट्रीय कलाकारों की लाइव परफॉर्मेंस भी होगी।
रोज फेस्टिवल का महत्व
रोज फेस्टिवल न केवल प्रकृति प्रेमियों को आकर्षित करता है, बल्कि स्थानीय संस्कृति, संगीत और कला का भी भव्य प्रदर्शन करता है। नगर निगम का यह शून्य बजट मॉडल प्रशासन की एक अभिनव पहल को दर्शाता है, जिसमें बिना सरकारी खर्च के इस शानदार आयोजन को संभव बनाया गया है।
नगर निगम ने सभी नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे इस ऐतिहासिक परंपरा में भाग लें और चंडीगढ़ को और भी सुंदर और जीवंत बनाएं।
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