बीबीएमबी मुख्यालय के बाहर एटक की भूख हड़ताल 44वें दिन में दाखिल, आमरण अनशन का ऐलान
बाबूशाही ब्यूरो
चंडीगढ़, 19 फरवरी – भाखड़ा-ब्यास इम्प्लाइज यूनियन (एटक) की भूख हड़ताल बीबीएमबी मुख्यालय, सेक्टर-19 चंडीगढ़ के बाहर 44वें दिन भी जारी रही। कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर यह क्रमिक भूख हड़ताल 8 जनवरी 2025 से चल रही है।
आज भिवानी यूनिट के विरेंद्र सिंह और राजिंदर कुमार ने अपना अनशन समाप्त किया, जिन्हें पानीपत यूनिट के सचिव जितेश कुमार और मनिष कुमार ने जूस पिलाया। इसके बाद अगले 24 घंटे के लिए जितेश कुमार और जगदीश चंद अनशन पर बैठे। उन्हें कां मोहन लाल वर्मा और राजबीर (उप-प्रधान, भिवानी शाखा) ने माला पहनाकर हड़ताल स्थल पर बैठाया।
यूनियन पदाधिकारियों ने मांग उठाई कि बीबीएमबी के नंगल डैम प्रोजेक्ट स्टोर डिवीजन में हुई लाखों रुपये की जिंक चोरी की सीबीआई जांच करवाई जाए। यूनियन के कानूनी सलाहकार मोहन लाल वर्मा ने कहा कि बोर्ड प्रशासन ने 18 फरवरी को हुई बैठक में कोई ठोस समाधान नहीं दिया। केवल आश्वासन देकर हड़ताल खत्म करने का आग्रह किया गया, जिसे यूनियन ने खारिज कर दिया।
आमरण अनशन का ऐलान
16 फरवरी 2025 को हुई वर्किंग कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया गया कि 10 मार्च 2025 तक क्रमिक भूख हड़ताल जारी रहेगी। इसके बाद 11 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा।
बीबीएमबी नंगल में भी हड़ताल जारी
बीबीएमबी डेलीवेज वर्कर्स यूनियन, नंगल भी 6 फरवरी से मुख्य अभियंता कार्यालय के बाहर क्रमिक भूख हड़ताल कर रही है। महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने बताया कि स्टोर डिवीजन में जिंक चोरी की निष्पक्ष जांच केवल सीबीआई से ही होनी चाहिए।
उन्होंने मांग उठाई कि जिन अधिकारियों को छुट्टी पर भेजा गया था, उन्हें ड्यूटी पर वापस बुलाने के बजाय एसडीओ, जेई और स्टोर कीपर के साथ निलंबित किया जाए। कर्मचारियों में बढ़ते रोष को देखते हुए बीबीएमबी प्रशासन पर जल्द से जल्द कार्रवाई करने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
यूनियन का संकल्प
यूनियन ने स्पष्ट किया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।
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