Himachal Statehood Day: बैजनाथ में होगा राज्य स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह, सीएम सुक्खू कर सकते हैं बड़ी घोषणाएं
बाबूशाही ब्यूरो, 04 जनवरी 2024
शिमला। हिमाचल प्रदेश का राज्य स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह इस बार 25 जनवरी (शनिवार) को कांगड़ा जिले के बैजनाथ में मनाया जाएगा। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू करेंगे।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू समारोह में कई घोषणाएं कर सकते हैं। प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों की भी उनके संबोधन पर नजरें टिकी हैं। गाैरतलब है कि 25 जनवरी 1971 को बर्फबारी के बीच तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने रिज मैदान से हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व की घोषणा की थी।
उस वक्त कई संस्थाएं हिमाचल के पूर्ण राज्यत्व के खिलाफ भी थीं। बावजूद इसके लंबे संघर्ष के बाद हिमाचल को राज्यत्व का दर्जा दिया गया। तब डॉ. यशवंत सिंह परमार हिमाचल के पहले मुख्यमंत्री बने थे। हिमाचल प्रदेश देश की आजादी के पूरे आठ महीने बाद 15 अप्रैल 1948 को 30 छोटी-बड़ी पहाड़ी रियासतों के विलय के परिणामस्वरूप चीफ कमिशनर प्रोविंस के रूप में अस्तित्व में आया। महासू, मंडी, चंबा और सिरमौर को अलग-अलग जिलों का दर्जा दिया गया। उस समय हिमाचल प्रदेश का क्षेत्रफल 10,451 वर्ग मील और जनसंख्या 9,83,367 थी। वर्ष 1950 को हिमाचल को ‘सी’ स्टेट का राज्य का दर्जा देकर विधानसभा के गठन का प्रावधान कर दिया गया।
मार्च 1952 में डॉ. परमार ने इस प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की और अपने तीन सदस्यीय मंत्रिमंडल का गठन किया। जुलाई 1954 में बिलासपुर को हिमाचल में मिलाकर इसे प्रदेश का पांचवां जिला बनाया गया। 1956 में ‘स्टेट्स रिआर्गेनाइजेशन एक्ट’ लागू होने के बाद 31 अक्तूबर 1956 को हिमाचल प्रदेश विधानसभा समाप्त करके उसकी जगह यहां टेरिटोरियल काउंसिल बना दी गई। पहली नवंबर, 1956 को हिमाचल प्रदेश केंद्र शासित राज्य बना। वर्ष 1963 में ‘गवर्नमेंट ऑफ यूनियन टेरिटोरीज एक्ट’ पास करके पहली जुलाई 1963 को टेरिटोरियल काउंसिल को हिमाचल प्रदेश विधानसभा में परिवर्तित किया गया। परिणामस्वरूप डॉ. वाईएस परमार दूसरी बार मुख्यमंत्री बने। (SBP)
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