चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष बदले जाने की चर्चाएं तेज, कई दावेदार रेस में
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 06 जनवरी। शहर में भाजपा अध्यक्ष के बदलने की चर्चा ने राजनीतिक माहौल गरमा दिया है। पार्टी के भीतर कई नाम इस पद के लिए दावेदार माने जा रहे हैं। प्रमुख नामों में तेजिंदर सरां, प्रदीप शर्मा, सतिंदर सिंह, रविकांत शर्मा, देवेश मोदगिल, हरीश गर्ग और कैलाश जैन शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रदीप शर्मा को आरएसएस का समर्थन प्राप्त है, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर स्थापना दिवस पर चंडीगढ़ में सफल आयोजन कर अपनी पकड़ मजबूत की है। वहीं, सतिंदर सिंह, एक बेबाक हिंदूवादी नेता, को आरएसएस और भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय टंडन का समर्थन है। रविकांत शर्मा के पक्ष में भी संजय टंडन पैरवी कर रहे हैं, जबकि देवेश मोदगिल को सत्यपाल जैन का समर्थन मिल रहा है।
सतनाम सिंह संधू की भूमिका अहम
राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू की वीटो पावर इस बार अध्यक्ष पद के चयन में निर्णायक मानी जा रही है। उनके मोदी-शाह के साथ मजबूत संबंध और हाल ही में प्रशासक की सलाहकार समिति में उनके करीबी नामों का शामिल होना उनकी पार्टी में बढ़ती ताकत को दर्शाता है। उनके समर्थन से तेजिंदर सरां की लॉटरी लगने की संभावना जताई जा रही है।
मौजूदा अध्यक्ष भी रेस में
भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा भी रेस में बने हुए हैं। हालांकि, मेयर और लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के कारण उनकी स्थिति कमजोर हुई थी, लेकिन संगठन पर्व के दौरान रिकॉर्ड नए सदस्य जोड़ने की पहल ने उनके पक्ष में स्थिति को थोड़ा मजबूत किया है।
महिला अध्यक्ष का नाम नहीं चर्चा में
चंडीगढ़ भाजपा के इतिहास में केवल एक महिला, कमला शर्मा, अध्यक्ष बनी थीं। इस बार किसी महिला नेता का नाम सामने नहीं आया है।
संगठन में युवा चेहरों को प्राथमिकता
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के तहत मंडल अध्यक्षों की आयु सीमा 30-45 वर्ष और जिला अध्यक्षों की आयु सीमा 45-60 वर्ष तय की गई है। यह बदलाव चंडीगढ़ भाजपा के संगठनात्मक ढांचे को युवा नेतृत्व की ओर ले जाने की कोशिश का संकेत है।
संगठन पर्व की प्रक्रिया जारी
चंडीगढ़ में 614 बूथ अध्यक्षों का चुनाव हो रहा है, जो मंडल अध्यक्ष चुनेंगे। मंडल अध्यक्ष जिला अध्यक्षों का चयन करेंगे, और अंत में सभी जिला अध्यक्ष मिलकर प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव करेंगे। यह प्रक्रिया 15 जनवरी तक पूरी होने की उम्मीद है।
राजनीतिक समीकरण बदलने की संभावना
चंडीगढ़ में भाजपा के 35 मंडल और 6 जिले हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अगर सहमति नहीं बन पाई, तो हरीश गर्ग और कैलाश जैन के नाम आगे किए जा सकते हैं। इस बदलाव से शहर में भाजपा का चेहरा-मोहरा पूरी तरह बदलने की संभावना है।
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