पंचकूला में पुलिस कमिश्नर और डीसीपी ने किया गांवों का दौरा,
ग्रामीणों से संवाद कर समस्याओं का समाधान करने का किया आश्वासन
रमेश गोयत
पंचकूला, 6 जनवरी: पंचकूला के पुलिस कमिश्नर राकेश कुमार आर्य और पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हिमाद्रि कौशिक ने पंचकूला के गांव बुंगा और गांव गोलपूरा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को समझा। साथ ही, उनका समाधान करने का आश्वासन दिया। इस मौके पर रायपुररानी थाना प्रभारी सोमबीर ढाका और एसीपी सुरेंद्र सिंह भी उपस्थित थे। यह दौरा हरियाणा सरकार की मुहिम का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य पुलिस और जनता के बीच बेहतर संबंध बनाना और जमीनी स्तर पर समस्याओं का समाधान करना है।
ग्रामीणों से संवाद और समस्याओं का आकलन
डीसीपी हिमाद्रि कौशिक ने गांव के बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों से गहन बातचीत की। बुजुर्गों ने बताया कि पिछले दो वर्षों में गांव में कोई नशा संबंधित मामला दर्ज नहीं हुआ है। डीसीपी ने इसे सराहा और इसे अन्य गांवों के लिए प्रेरणा बताया। उन्होंने ग्रामीणों से नशे से मुक्त वातावरण बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
ग्रामीणों ने पहली बार किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के गांव आकर उनकी समस्याओं को सुनने की पहल की सराहना की। उन्होंने नशा, बिजली, पानी, शिक्षा और अन्य बुनियादी समस्याओं पर ध्यान देने का अनुरोध किया। डीसीपी ने इन मुद्दों को संबंधित विभागों के समक्ष उठाने का आश्वासन दिया।
बच्चों को प्रेरित करने का प्रयास
गांव की सरकारी स्कूल की छात्रा कंगना कशिश ने डीसीपी से बातचीत करते हुए कहा कि वह भविष्य में आईपीएस अधिकारी बनना चाहती हैं। डीसीपी ने कंगना की सोच की सराहना की और उसे सफलता के लिए कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा दी।
नशा मुक्ति अभियान पर बल
डीसीपी ने नशा मुक्त समाज की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि नशा समाज के लिए एक गंभीर समस्या है। इसे रोकने के लिए पुलिस और समाज को मिलकर प्रयास करना होगा। उन्होंने नशा मुक्ति के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई और कहा कि आगे गांवों में रात्रि प्रवास के दौरान जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बुजुर्गों का सम्मान और नई योजनाएं
डीसीपी ने गांव के बुजुर्गों से भी संवाद किया और उनकी समस्याओं और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना। उन्होंने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है और आने वाले दिनों में गांव के बुजुर्गों को सम्मानित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
हरियाणा सरकार की पहल का हिस्सा
डीसीपी ने बताया कि हरियाणा सरकार की पहल के तहत पुलिस अधिकारी हर गांव में जाकर लोगों से सीधा संवाद करेंगे। इसका उद्देश्य न केवल उनकी समस्याओं को समझना है, बल्कि प्रशासन के प्रति विश्वास भी बढ़ाना है।
गोलपूरा गांव की विशेषता
डीसीपी ने गोलपूरा गांव की शांतिपूर्ण और नशा मुक्त छवि की सराहना की और इसे अन्य गांवों के लिए आदर्श बताया।
ग्रामीणों ने जताया आभार
गोलपूरा के ग्रामीणों ने डीसीपी और उनकी टीम का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी वरिष्ठ अधिकारी ने गांव आकर उनकी समस्याओं को समझने की कोशिश की है। ग्रामीणों ने नशा मुक्ति और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में प्रशासन को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया।
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