चंडीगढ़ बीजेपी का अगला अध्यक्ष कौन बनेगा? जल्द पार्टी लेगी फैसला
टंडन, सूद, सरन या कोई नया चेहरा
चंडीगढ़: बीजेपी इस समय मेयर चुनाव पर कम और पार्टी अध्यक्ष के चुनाव पर ज्यादा ध्यान दे रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए जिला, मंडल और बूथ स्तर पर अध्यक्षों का चुनाव कराया गया है. माना जा रहा है कि 12 से 15 जनवरी के बीच केंद्रीय नेतृत्व द्वारा पार्टी के नए अध्यक्ष का चयन कर लिया जाएगा.
पार्टी का अगला अध्यक्ष कौन होगा यह तय करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व की ओर से लगातार दो बैठकें हो चुकी हैं. राष्ट्रपति चुनाव की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इन बैठकों में राष्ट्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष, राष्ट्रीय चुनाव प्रभारी रेखा वर्मा और चंडीगढ़ प्रभारी अतुल गर्ग के अलावा अन्य पदाधिकारी शामिल हुए. यहां यह भी बता दें कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने मुख्य चुनाव के लिए अधिसूचना जारी कर दी है और इसकी जिम्मेदारी राष्ट्रीय मंत्री और विधायक नरेंद्र रैना को सौंपी गई है. अध्यक्ष के चुनाव को लेकर गंभीरता का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय संगठन मंत्री ने खुद चंडीगढ़ में बैठक कर हर चीज का जायजा लिया है.
जिसकी चर्चा चंडीगढ़ शहर के राजनीतिक गलियारों में बिजली की तरह चल रही है। यह साफ हो गया है कि 15 जनवरी से पहले मौजूदा पार्टी अध्यक्ष जीतिंदर मल्होत्रा की जगह नया अध्यक्ष लाया जा सकता है. पिछले दिनों भाजपा के उक्त वरिष्ठ नेताओं की बैठक के बाद कुछ गुटों से अध्यक्ष पद के लिए उपयुक्त नाम मांगे गये थे. अरुण सूद ने अपने नाम के अलावा तजिंदर सिंह सरन का नाम भी सुझाया है. चर्चा में यहां तक कहा जा रहा है कि सरन चंडीगढ़ के स्थायी निवासी नहीं हैं, लेकिन कहा जा रहा है कि वह राज्यसभा सदस्य सतनाम सिंह संधू के काफी करीबी हैं. इस बात की भी खूब चर्चा है कि तजिंदर सरन ने 3 जनवरी को एक पांच सितारा होटल में लोहड़ी का कार्यक्रम रखा था. इस कार्यक्रम को राजनीतिक रूप से सफल बनाने में अरुण सूद ने प्रमुख भूमिका निभाई। इसके चलते इस कार्यक्रम में शहर के आला अधिकारियों के अलावा राजनेता भी शामिल हुए.
दूसरी ओर, चर्चा यह भी है कि संजय टंडन ने अध्यक्ष पद के लिए कुछ नामों की सूची भी बनाई है, जिसमें शक्ति देवशाली और रवि शर्मा का नाम शामिल है. अगर इन दोनों के नाम पर विचार नहीं हुआ तो संजय टंडन ने भी राष्ट्रपति पद के लिए अपना नाम सुझाया है. हालांकि, यह देखने वाली बात होगी कि क्या संजय टंडन कई सालों तक पार्टी अध्यक्ष रहे हैं। ऐसे में बीजेपी का केंद्रीय नेतृत्व उनके नामों पर क्या फैसला लेता है? यह भविष्य के गर्भ में है.
हाल ही में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा बुलाई गई बैठक में बीजेपी उपाध्यक्ष रामवीर भट्टी, पूर्व मेयर और मौजूदा पार्षद अनुप गुप्ता, प्रवक्ता धीरेंद्र तायल, पूर्व महासचिव चंद्रशेखर और अवि भसीन ने किसी और की नहीं बल्कि अपने-अपने नाम की वकालत की प्रधानमंत्री की उम्मीदवारी के लिए है. अब देखना यह है कि पार्टी प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के लिए किस नेता के नाम पर मुहर लगाती है और कौन सा गुट ताकत दिखाने में कामयाब होगा.
ऐसे में बीजेपी मेयर चुनाव को लेकर कम और पार्टी के मुख्य उम्मीदवार को लेकर ज्यादा गंभीर है. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय बीजेपी ऐसे नेता को अध्यक्ष बनाना चाहती है, जो पूरी तरह से तटस्थ हो या किसी गुट का न हो. क्योंकि जितेंद्र मल्होत्रा के बारे में कहा जा रहा था कि वह किसी एक गुट से नहीं बल्कि एक नया चेहरा साबित होंगे. लेकिन मल्होत्रा को संजय टंडन का नाम दिया गया है. यह भी चर्चा है कि यदि मल्होत्रा को दोबारा अध्यक्ष बनाया गया तो आगामी वर्ष 2026 के नगर निगम चुनाव में संजय टंडन गुट को फायदा मिलेगा। क्योंकि एमसी चुनाव में टंडन अपनी इच्छानुसार अपने चहेतों को टिकट दे सकेंगे।
From: https://chandigarhnewsexpress.in/
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