मोहाली की मोमोज फैक्ट्री में कटा हुआ जानवर का सिर मिलने से हड़कंप, प्रशासन ने की कार्रवाई
बाबूशाही ब्यूरो
मोहाली, 18 मार्च 2025 – पंजाब के मोहाली जिले में एक मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाने वाली फैक्ट्री से कटा हुआ जानवर का सिर मिलने के बाद सनसनी फैल गई। इस संदिग्ध मामले की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने फैक्ट्री पर छापा मारा और मौके से कुछ बर्तनों में रखा संदिग्ध मांस भी जब्त कर लिया।
कैसे सामने आया मामला?
स्थानीय लोगों को कुछ दिनों से फैक्ट्री के बाहर से असामान्य बदबू आ रही थी, जिससे उन्हें संदेह हुआ। जब कुछ लोगों ने इसकी सूचना नगर निगम और खाद्य विभाग को दी, तो अधिकारियों ने पुलिस के साथ मिलकर फैक्ट्री का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान फैक्ट्री में कटा हुआ जानवर का सिर मिला, जिससे मौके पर मौजूद अधिकारी भी स्तब्ध रह गए। इसके अलावा, कुछ बर्तनों में मांस भी पाया गया, जिसे तुरंत जब्त कर लिया गया।
क्या बनता था इस फैक्ट्री में?
यह फैक्ट्री मोमोज और स्प्रिंग रोल बनाने का काम करती थी और स्थानीय होटलों, रेस्तरां और स्ट्रीट वेंडर्स को सप्लाई करती थी। प्रशासन को आशंका है कि यहां गैर-कानूनी तरीके से कुछ और भी बनाया जा रहा था, जिसकी पुष्टि जांच के बाद होगी।
जांच के लिए वेटरनरी डिपार्टमेंट को भेजा गया सैंपल
फैक्ट्री से मिले कटे हुए सिर और संदिग्ध मांस के सैंपल को वेटरनरी डिपार्टमेंट को भेज दिया गया है, जहां इसकी फोरेंसिक जांच की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि यह किस जानवर का सिर और मांस था और कहीं इसे अवैध रूप से तो इस्तेमाल नहीं किया जा रहा था।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने फैक्ट्री को फिलहाल सील कर दिया है। खाद्य एवं औषधि विभाग ने भी यहां बनने वाले मोमोज और अन्य खाद्य उत्पादों की सैंपलिंग कर जांच शुरू कर दी है। अगर किसी भी तरह की गड़बड़ी पाई जाती है तो फैक्ट्री मालिक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
इस घटना के बाद स्थानीय लोग गुस्से में हैं और उन्होंने फैक्ट्री के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। मोहाली के निवासियों का कहना है कि अगर यह फैक्ट्री गैर-कानूनी तरीके से मांस उत्पादों का इस्तेमाल कर रही थी, तो यह जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ है।
पुलिस का बयान
मोहाली पुलिस ने बताया कि इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है और फैक्ट्री मालिक से पूछताछ की जाएगी। अगर जांच में किसी भी तरह की अवैध गतिविधि सामने आती है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
अब सवाल यह है कि क्या यह एक साधारण मोमोज फैक्ट्री थी, या इसके पीछे कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा था?
इसका जवाब वेटरनरी जांच रिपोर्ट और पुलिस की तफ्तीश के बाद सामने आएगा। फिलहाल, प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अविश्वसनीय स्रोतों से खाद्य पदार्थ न खरीदने की सलाह दी है।
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