चंडीगढ़: परिवहन व्यवस्था में CTU हुआ अग्रणी
पडौसी राज्यों को परिवहन व्यवस्था में देगा टक्कर
CTU बेड़े में जुडी 60 और नई बसे
30 बसों की जगह CTU बेड़े में हुई 684 बसें
हरियाणा रोडवेज की तर्ज पर लॉग रूट पर दौडेगी सीटीयू बसें
चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने हरी झंडी दिखाई
रमेश गोयत
चंडीगढ़। चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) परिवहन व्यवस्था में आजकल बुलंदियों को छू रहा है। 01 नवम्बर 1966 को केवल 30 बसों के बेड़े की ताकत वाले सीटीयू के पास 684 बसों का बेड़ा हो गया है। 684 बसों में से 220 बसें लम्बे जिसमें 119 एचवीएसी बसें और 101 साधारण बसें जो विभिन्न अंतर्राज्यीय रूटों पर चलेगी। जो धार्मिक स्थल जैसे खट्टू श्याम जी, सालासर जी, टनकपुर, हल्द्वानी, अमृतसर, हरिद्वार, शिमला, मनाली, दिल्ली, रेवाड़ी, नारनौल, रोहतक, हिसार, देहरादून, कटरा, जयपुर आदि प्रतिदिन लगभग लाखों किलोमीटर की दूरी तय करते हैं। हरियाणा रोडवेज की तर्ज पर सीटीयू भी अपनी बसों को लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए लॉंग रूप पर दौडाएगा। पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के गुलाब चंद कटारिया ने मगलवार को इन 60 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह बसे धार्मिक स्थानो पर भी चलेगी। वहीं कई सालों से बंद पड़े कई अन्य रूटों को दोबारा शुरू किया जाएगा। 2026-27 तक सीटीयू का लक्ष्य 100 प्रतिशत इलेक्ट्रिक बसों का बेड़ा बनाना है। इससे न केवल डीजल की खपत में कमी आएगी, बल्कि वायु प्रदूषण में भी महत्वपूर्ण सुधार होगा। इससे न केवल डीजल की खपत में कमी आएगी, बल्कि वायु प्रदूषण में भी महत्वपूर्ण सुधार होगा। इस दिशा में प्रशासन पहले ही 80 इलेक्ट्रिक बसों को बेड़े में शामिल कर चुका है, जिससे 29.81 लाख लीटर डीजल की बचत और 7,872 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी हुई है। पीएम ई-बस योजना के तहत, 100 और इलेक्ट्रिक बसों को जल्द ही शामिल किया जाएगा। नए शामिल किए गए 60 बसें आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं।
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01 नवम्बर 1966 को बना था सीटीयू
चंडीगढ़ परिवहन उपक्रम पंजाब राज्य के पुनर्गठन के समय पंजाब रोडवेज के विभाजन के बाद 01 नवम्बर 1966 को केवल 30 बसों के बेड़े की ताकत के साथ अस्तित्व में आया था। वर्तमान में औद्योगिक क्षेत्र, फेज-1, चंडीगढ़ में प्लॉट नंबर 701 में मुख्यालय, औद्योगिक क्षेत्र और सेक्टर 25 में अन्य डिपो और कार्यशालाओं के साथ जेएनएनयूआरएम बसों के लिए कार्यशाला आईएसबीटी-43 के निकट स्थित है। कार्यप्रणाली मुख्य कार्य शहर, उप शहरी क्षेत्र और आसपास के राज्यों यानी पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, उत्तर प्रदेश, राजस्थान आदि में आम जनता को बस सेवाएं प्रदान करना है।
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सीटीयू की बसें काफी सस्ती सुविधाजनक
प्रद्युमन सिंह निदेशक चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग (सीटीयू) ने बताया कि नई बसे आने से चंडीगढ़ व पडोसी राज्य के लोगो के लिए बहुुत ही फायदेमंद होगा। सीटीयू की एसी बसें अन्य रोडवेज की बसों से काफी सस्ती सुविधाजनक है। सीटीयू के इस बेड़े विस्तार के साथ अब इसमें कुल 684 बसें हो गई हैं। इनमें शहरी और उप-शहरी सेवाओं के लिए 438 बसें तैनात हैं, जबकि 220 बसें लंबी दूरी के रूट पर संचालित होंगी। इन नई बसों में इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (आईटीएस), स्मार्ट कार्ड सुविधा और ट्राई-सिटी मोबाइल ऐप जैसी आधुनिक तकनीकें शामिल हैं, जिससे यात्रियों को बस की लोकेशन, समय और किराए की जानकारी आसानी से प्राप्त होगी। नई सेवाओं का विस्तार इन बसों के जरिए चंडीगढ़ को हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और राजस्थान जैसे राज्यों के कई गंतव्यों से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा, जल्द ही शिमला, बैजनाथ, सरकाघाट और जोगिंदर नगर के लिए भी नई सेवाएं शुरू की जाएंगी।
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इन 31 रूटो पर चलगी 60 नई बसें
1 चंडीगढ़ से दिल्ली, 2 चंडीगढ़ से सिरसा 3 चंडीगढ़ से नारनौल वाया रोहतक 4 चंडीगढ़ से तलवंडी साबो 5 चंडीगढ़ से शिमला 6 चंडीगढ़ से अमृतसर 7 चंडीगढ़ से लुधियाना 8 चंडीगढ़ से ज्वाला जी 9 चंडीगढ़ से यमुनानगर 10 चंडीगढ़ से भिवानी वाया जींद 11 चंडीगढ़ से फतेहाबाद वाया पटियाला 12 चंडीगढ़ से कोटद्वार 13 चंडीगढ़ से गुरदासपुर वाया होशियारपुर मुकेरिया 14 चंडीगढ़ से टनकपुर वाया हरिद्वार 15 चंडीगढ़ से मनाली वाया मंडी 16 चंडीगढ़ से बैजनाथ वाया कांगड़ा 17 चंडीगढ़ से अमृतसर वाया जालंधर 18 चंडीगढ़ से शाहतलाई वाया ऊना 19 चंडीगढ़ से हरिद्वार वाया सहारनपुर 20 चंडीगढ़ से देहरादून वाया पौंटा साहिब 21 चंडीगढ़ से सुजानपुर वाया ऊना 22 चंडीगढ़ से जयपुर वाया 152डी 23 चंडीगढ़ से बरवाला वाया नरवाना, भनभौरी माता 24 चंडीगढ़ से पलवल वाया दिल्ली 25 चंडीगढ़ से सुल्तानपुरलोधी वाया कपूरथला, जालंधर 26 चंडीगढ़ से षिकेश वाया पौंटा साहिब उपर्युक्त बस सेवाओं के अलावा चंडीगढ़ से जोगिंदर नगर तक बस सेवाएं भी उपलब्ध हैं। नगर वाया फोर लेन, घुमारवीं, सरकाघाट, चंडीगढ़ से सरकाघाट वाया फोर लेन, घुमारवीं, जाहू, चंडीगढ़ से बैजनाथ तक फोर लेन, हमीरपुर, सुजानपुर, पालमपुर तथा चंडीगढ़ से शिमला वाया सोलन बस भी शीघ्र ही चलाई जाएगी। इन बसों की शुरूआत सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
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