भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार सब-इंस्पेक्टर अर्जुन के खिलाफ एसीबी हरियाणा ने दाखिल की चार्जशीट
रमेश गोयत
पंचकुला, 20 जनवरी।
हरियाणा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने सब-इंस्पेक्टर अर्जुन, जो थाना साइबर एनआईटी फरीदाबाद में अनुसंधान अधिकारी के पद पर तैनात थे, के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों में चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चालान दिनांक 18 जनवरी 2025 को फरीदाबाद के अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की अदालत में पेश किया गया।
मामला क्या है?
शिकायतकर्ता निशिल गर्ग, निवासी आनंद विहार, दिल्ली, ने 21 नवंबर 2024 को एसीबी फरीदाबाद में शिकायत दर्ज करवाई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि साइबर थाना एनआईटी फरीदाबाद में दर्ज मुकदमा संख्या 27/2024 के तहत उनके दोस्त विशाल को 15 नवंबर 2024 को एसआई अर्जुन और एसआई राम ने रोहिणी (दिल्ली) से गिरफ्तार किया था।
विशाल की जमानत करवाने के एवज में आरोपियों ने 15 लाख रुपये रिश्वत मांगी। शिकायतकर्ता ने 17 नवंबर 2024 को 7 लाख रुपये नकद दे दिए, जबकि बाकी 5 लाख रुपये की मांग एसआई अर्जुन व्हाट्सएप के जरिए कर रहे थे।
रंगे हाथ गिरफ्तार
एसीबी टीम ने इस शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसआई अर्जुन को 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि उन्होंने पहले ही 7.5 लाख रुपये रिश्वत के तौर पर ले लिए थे।
चार्जशीट के मुख्य बिंदु
- आरोपी: एसआई अर्जुन और एसआई राम।
- आरोप: भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम 1988 की धारा 7, 13(1)बी, सहपठित 13(2) के तहत आरोप।
- विवेचना: एसीबी ने विस्तृत जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटाए।
- स्थिति: एसआई अर्जुन वर्तमान में जेल में बंद हैं।
आगे की कार्रवाई
चार्जशीट दाखिल होने के बाद अदालत में मामले की सुनवाई शुरू होगी। एसीबी का दावा है कि उनके पास आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं।
यह मामला हरियाणा में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही कार्रवाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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