गणतंत्र दिवस के मद्देनज़र डीजीपी पंजाब द्वारा राज्य भर में सुरक्षा बढ़ाने और रात के समय पुलिस गश्त में तेजी लाने के आदेश
— विदेशों से आवश्यक अपराधियों को कानून के घेरे में लाने पर दिया गया जोर: डीजीपी गौरव यादव ने सीपी/एसएसपी को दिए निर्देश
— पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशों अनुसार आगामी गणतंत्र दिवस के जश्न को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने के लिए वचनबद्ध
— डीजीपी पंजाब ने स्पेशल डीजीपी आंतरिक सुरक्षा, एडीजीपी एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) और एडीजीपी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) के साथ अमृतसर और जालंधर पहुंचकर कानून और व्यवस्था समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
— यदि कोई व्यक्ति किसी हिंसक गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए: डीजीपी गौरव यादव
— पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को नाकों को मजबूत करने, समाज विरोधी तत्वों पर कड़ी नजर रखने के निर्देश
चंडीगढ़/अमृतसर/जालंधर, 20 जनवरी:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के आदेश अनुसार आने वाले गणतंत्र दिवस-2025 के शांतिपूर्ण जश्न को सुनिश्चित करने के मद्देनज़र पंजाब के डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी) गौरव यादव ने सोमवार को राज्य भर में सुरक्षा बढ़ाने, पुलिस की मौजूदगी सुनिश्चित करने, रात के समय पुलिस की गश्त में तेजी लाने के आदेश जारी किए हैं।
डीजीपी ने स्पेशल डीजीपी आंतरिक सुरक्षा आर.एन. ढोके, एडीजीपी एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) नीलाभ किशोर और एडीजीपी एंटी-गैंगस्टर टास्क फोर्स (एजीटीएफ) प्रमोद बान के साथ अमृतसर और जालंधर पहुंचकर कमिशनरेट - अमृतसर और जालंधर, और पुलिस रेंज - सीमा, जालंधर और लुधियाना के अधिकारियों के साथ कानून और व्यवस्था समीक्षा बैठकों की अध्यक्षता की। उन्होंने चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों, नशा तस्करी के खिलाफ कार्रवाई और संगठित अपराध के खिलाफ कार्रवाई की भी समीक्षा की।
डीजीपी गौरव यादव ने कहा, "सुरक्षा व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई है और गणतंत्र दिवस के जश्नों से पहले सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पुलिस की मौजूदगी सुनिश्चित करके शांति और सद्भाव बनाए रखने, डोमिनेशन ऑपरेशंस को तेज करने और अन्य रोकथाम और जासूसी उपायों के लिए उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।"
उन्होंने कहा कि बढ़ी हुई सुरक्षा के हिस्से के रूप में, पुलिस कर्मी नियमित गश्त और जांच करेंगे ताकि विशेष रूप से रात के समय किसी भी संभावित खतरे या रुकावट को तुरंत नष्ट किया जा सके। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नाइट डोमिनेशन ऑपरेशंस में सीमावर्ती जिलों सहित संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी शामिल होगी।
उन्होंने कहा कि सभी सीपी/एसएसपी को संदेहास्पद गतिविधियों और व्यक्तियों पर कड़ी नजर रखने और किसी भी सुरक्षा उल्लंघन की स्थिति में तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा, "मैंने सभी अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का मौका न दें और यदि कोई व्यक्ति किसी भी हिंसक गतिविधियों में शामिल पाया जाता है तो उसके साथ सख्ती से निपटा जाए और तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए।"
डीजीपी ने सीपीज/एसएसपीज को अपने-अपने क्षेत्र में स्थित पुलिस नाकों को मजबूत करने और प्रत्येक नाके पर वाहनों की अधिकतम जांच सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए, जिससे आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों को नष्ट करने में मदद मिलेगी।
उन्होंने पुलिस अधिकारियों को विदेशों से आवश्यक अपराधियों को न्याय का सामना करने के लिए वापस लाने के लिए लुक आउट सर्कुलर (एलओसी), रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन), ओपन ग्रिफ्टारी वारंट, ब्लू कॉर्नर नोटिस (बीसीएन) और प्रत्यर्पण प्रस्ताव जारी करने पर भी जोर दिया।
इस मौके पर आइजीपी लुधियाना रेंज धनप्रीत कौर, सीपी अमृतसर गुरप्रीत सिंह भुल्लर, सीपी जालंधर स्वप्न शर्मा, डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह, डीआईजी जालंधर रेंज नवीन सिंगला, एसएसपी अमृतसर देहाती चरनजीत सिंह, एसएसपी गुरदासपुर हरिश दियामा, एसएसपी बटाला सुहेल कासिम मीर, एसएसपी जालंधर देहाती हरकमलप्रीत सिंह खख, एसएसपी कपूरथला गौरव तूरा, एसएसपी हुशियारपुर सुरिंदर लाम्बा, एसएसपी एस.बी.एस. नगर महिताब सिंह, एसएसपी खन्ना अश्विनी गोटीयाल और एसएसपी खन्ना नवनीत सिंह बैंस सहित अन्य अधिकारी/कर्मचारी बैठक में उपस्थित थे।
kk
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