चंडीगढ़ हेरिटेज संरक्षण पर दोहरा मापदंड बंद हो: आरके गर्ग
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 23 फरवरी। शहर के जाने-माने समाजसेवी आरके गर्ग ने चंडीगढ़ में हेरिटेज संरक्षण को लेकर सरकार के दोहरे मापदंड पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब सरकारी योजनाओं की बात आती है, तो हेरिटेज को दरकिनार कर दिया जाता है, लेकिन आम जनता के लिए तमाम तरह की पाबंदियां लागू कर दी जाती हैं।
गर्ग ने उदाहरण देते हुए कहा कि प्रेस बिल्डिंग में बने एयरफोर्स मेमोरियल के निर्माण के दौरान हेरिटेज नियमों की अनदेखी की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर यह बिल्डिंग किसी निजी व्यक्ति की होती, तो इसे दूसरी पुरानी इमारतों की तरह जर्जर हालत में छोड़ दिया जाता।
रॉक गार्डन में हेरिटेज की अनदेखी
उन्होंने यह भी बताया कि रॉक गार्डन में दीवार गिराने और वृक्षों की कटाई जैसी गतिविधियां हो रही हैं, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। यह भी हेरिटेज संरक्षण के साथ समझौता है।
हाईकोर्ट का फैसला और जनता पर पाबंदियां
आरके गर्ग ने 20 फरवरी को आए हाईकोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि जब आम लोगों की बात आती है, तो उन पर तमाम तरह की बंदिशें लगा दी जाती हैं। यह दोहरा मापदंड बंद होना चाहिए।
सरकार से मांग: हेरिटेज और विकास के बीच संतुलन जरूरी
गर्ग ने मांग की कि प्रशासन को हेरिटेज और विकास के बीच संतुलन बनाना चाहिए। मास्टर प्लान के तहत इसकी समुचित देखरेख होनी चाहिए, ताकि चंडीगढ़ की मूल पहचान बनी रहे। उन्होंने कहा कि शहर को बचाने के लिए सभी को मिलकर काम करना होगा और हेरिटेज नियमों को समान रूप से लागू करना होगा।
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