पंजाब पुलिस द्वारा गैंगस्टर गुरदेव जस्सल के समर्थन वाले फिरौती रैकेट का भंडाफोड़; एएसआई सहित दो गिरफ्तार
— पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से 83 लाख रुपये की फिरौती की रकम, अवैध पिस्तौल, टोयोटा फॉर्च्यूनर लीजेंडर और महिंद्रा स्कॉर्पियो बरामद की
— पंजाब पुलिस मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध
— आरोपी एएसआई सुरजीत सिंह और उसका साथी अंकुश मैनी गैंगस्टर गुरदेव जस्सल के लिए फिरौती की रकम इकट्ठा करते थे: डीजीपी गौरव यादव
— आरोपी एएसआई सुरजीत सिंह को नौकरी से बर्खास्त किया गया
— आरोपी एएसआई ने फॉर्च्यूनर लीजेंडर और दो प्लॉट खरीदने के लिए फिरौती के पैसे से हुए मुनाफे का उपयोग किया: एसएसपी बटाला सुहैल कासिम मीर
चंडीगढ़/बटाला, 23 फरवरी:
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के दिशा-निर्देशों के तहत पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के तहत एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए, बटाला पुलिस ने अमेरिका स्थित गैंगस्टर गुरदेव जस्सल के समर्थन वाले एक बड़े फिरौती रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस मामले में बटाला में तैनात सहायक सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) सुरजीत सिंह सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस बारे में आज यहां पंजाब पुलिस के डायरेक्टर जनरल (डीजीपी) गौरव यादव ने जानकारी दी।
जिक्र योग्य है कि गिरफ्तार किए गए दूसरे व्यक्ति की पहचान अंकुश मैनी के रूप में हुई है, जो गुरदासपुर के कलानौर का निवासी है। पुलिस टीमों ने उनके कब्जे से 83 लाख रुपये की फिरौती की रकम, अवैध हथियार और महंगे वाहन बरामद किए गए हैं।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि 4 फरवरी को जस्सल के साथियों ने कलानौर के एक व्यापारी को डराने और उससे पैसे वसूलने के इरादे से उसके पेट्रोल पंप पर फायरिंग की थी। उन्होंने आगे बताया कि लगातार धमकी भरे कॉल और 1 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग से परेशान होकर कारोबारी ने 11 फरवरी को 50 लाख रुपये दे दिए थे।
उन्होंने बताया कि जस्सल का गिरोह धमकियों और फिरौती के लिए विदेशी नंबरों का इस्तेमाल करता था और फिरौती की रकम कई बिचौलियों के माध्यम से एकत्र करता था। जांच से यह भी पता चला है कि एएसआई सुरजीत सिंह और अंकुश मैनी फिरौती की रकम इकट्ठा करने के बाद उसे वितरित करने में शामिल थे।
डीजीपी ने बताया कि आरोपी एएसआई सुरजीत सिंह को भारतीय संविधान की धारा 311(2) के तहत नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच जारी है।
इस ऑपरेशन के विवरण साझा करते हुए बटाला के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुहैल कासिम मीर ने कहा कि कुछ दिन पहले थाना सदर बटाला के स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को सूचना मिली थी कि एक स्थानीय पुलिस अधिकारी फिरौती की रकम के लेन-देन में शामिल है।
मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया और उसके घर में बड़ी मात्रा में नकदी छिपाए जाने की बात स्वीकार करने के बाद, पुलिस टीम हरनाम नगर, बटाला में उसके घर पहुंची, जहां छुपाकर रखे गए डिब्बे से 76.32 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। एसएसपी ने आगे बताया कि गिरफ्तारी के बाद एएसआई सुरजीत सिंह ने दावा किया कि यह पैसा उसके बेटे द्वारा अमेरिका से भेजा गया था।
एसएसपी ने बताया कि जांच के दौरान यह भी पता चला कि एएसआई को पैसे देने वाले व्यक्ति की भी पहचान कर ली गई और आरोपी अंकुश मैनी को गिरफ्तार कर लिया गया। उसने खुलासा किया कि एएसआई को दी गई रकम वास्तव में अमेरिका स्थित गुरदेव जस्सल द्वारा वसूली गई फिरौती की रकम थी। पुलिस टीमों ने अंकुश के कब्जे से 5.91 लाख रुपये, दो कारतूस सहित .32 बोर की एक पिस्तौल बरामद की और उसकी काले रंग की महिंद्रा स्कॉर्पियो (पीबी-11-सी यू -1000) को जब्त कर लिया।
उन्होंने बताया कि आगे की जांच में यह भी पता चला कि एएसआई के दोनों बेटे गुरदेव जस्सल के करीबी संपर्क में थे और मुनाफे में हिस्सेदारी के बदले गैंगस्टर को फिरौती की रकम ट्रांसफर करने में सहायता करते थे। इस फिरौती की रकम से आरोपी एएसआई ने हाल ही में दो प्लॉट और एक नई टोयोटा फॉर्च्यूनर लीजेंडर खरीदी थी, जिसे पुलिस टीमों ने जब्त कर लिया है।
इस संबंध में थाना सदर बटाला में भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा 13(2) के तहत एफआईआर नंबर 14, दिनांक 14/02/2025 को दर्ज की गई थी और बाद में भारतीय न्याय संहिता (बी एन एस ) की धारा 308(2), 111 और 61(2) तथा आर्म्स एक्ट की धारा 25 को इसमें जोड़ा गया था।
kk
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