श्री अकाल तख्त साहिब एसजीपीसी से ऊपर है, गलतफहमी दूर करें: गुरप्रताप वडाला
अकाली दल में भर्ती के लिए गठित सात सदस्यीय कमेटी के 5 सदस्यों ने अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से की मुलाकात
गुरप्रीत सिंह
अमृतसर: श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश पर अकाली दल की नई भर्ती के लिए गठित सात सदस्यीय कमेटी ने कल बैठक की और इसकी रिपोर्ट भी श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघवीर सिंह अंस को सौंप दी गई। लेकिन उसके बाद आज उस सात सदस्यीय कमेटी के बाकी बचे पांच सदस्यों ने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ज्ञानी रघबीर सिंह से मुलाकात की।
इस बीच पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाली नेता गुरप्रताप सिंह वडाला ने कहा कि अंतरिम कमेटी के सदस्य गत दिवस श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार के पास भी पहुंचे थे और उस दौरान उन्होंने गुरुद्वारा एक्ट 1925 पर भी चर्चा की थी। गुर प्रताप सिंह वडाला ने कहा कि अकाल तख्त साहिब ईश्वर का सिंहासन है, जिसके लिए अकाल तख्त साहिब और अखिल भारतीय गुरुद्वारा अधिनियम 1925 दखल नहीं देता। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा एक्ट 1925 गुरु घरों के रख-रखाव के लिए बनाया गया था और यह शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का कर्तव्य है। लेकिन अकाल तख्त साहिब उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता। अंतरिम समिति के सदस्यों द्वारा जो कहा गया है वह बहुत गलत है।
उन्होंने कहा कि अकाल तख्त साहिब दिल्ली के तख्त से भी ऊंचा है। अब मैंने कहा कि अकाल तख्त साहिब पूरे देश और पूरे पंथ का है और पूरा पंथ इसे स्वीकार करता है और अकाल तख्त साहिब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का नहीं है और श्री अकाल तख्त साहिब से जो हुक्मनामा आता है, पूरा विश्व उस हुक्मनामे को स्वीकार करता है और शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने एक बहुत बड़ी गलतफहमी पाल रखी थी, उन्हें उस गलतफहमी को दूर करना चाहिए।
केके
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