पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) ने किए अपनी स्थापना के 142 साल पूरे
14 अक्टूबर 1882 को लाहौर में रखी गई थी नींव
रमेश गोयत
चंडीगढ़। पंजाब विश्वविद्यालय (पीयू) ने आज अपनी स्थापना के 142 साल पूरे कर लिए हैं। इसकी नींव 14 अक्टूबर 1882 को लाहौर में रखी गई थी, और विभाजन के बाद इसे चंडीगढ़ में स्थानांतरित किया गया। आज, यह विश्वविद्यालय 550 एकड़ में फैला हुआ है और इसमें 74 शिक्षण विभाग हैं। विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में पीयू ने अपनी अग्रणी भूमिका स्थापित की है। विभाजन के बाद, पीयू के पास अपनी खुद की जगह नहीं थी। 1947 में एक समिति ने चंडीगढ़ को स्थायी कैंपस के रूप में चुना, और पंजाब सरकार ने सेक्टर-14 में रियायती दरों पर जमीन प्रदान की। 1956 में पीयू का मुख्य कार्यालय सोलन से चंडीगढ़ शिफ्ट हुआ। कैंपस का डिजाइन प्रसिद्ध फ्रांसीसी आर्किटेक्ट पियरे जेनरे ने तैयार किया, और भवन निर्माण में भारतीय आर्किटेक्ट जुगल किशोर चौधरी का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा। वर्तमान में, पीयू अपनी वैज्ञानिक उत्कृष्टता के लिए भी जाना जाता है, और इसके 46 वैज्ञानिकों का नाम स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा जारी शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में शामिल है। इसके साथ ही, पीयू स्टार्टअप्स और उद्यमिता के क्षेत्र में भी सक्रिय है, जो इसे भारत के अग्रणी विश्वविद्यालयों में से एक बनाता है।
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