शिल्प मेले में युवा लोक कलाकारो और वरिष्ठ लोक कलाकारों को आजीवन उपलब्धि पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे: गुलाब चंद कटारिया,
हिमाचल प्रदेश के भाषा और संस्कृति सचिव एनजेडसीसी की कार्यक्रम समिति के अध्यक्ष के नामित
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 15 अक्टूबरः
उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र (एनजेडसीसी), पटियाला (संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक पंजाब के राज्यपाल की अध्यक्षता में उदयपुर में आयोजित की गई। राज्यपाल पंजाब एनजेडसीसी के पदेन अध्यक्ष हैं।
गुलाब चंद कटारिया 29 नवंबर से 8 दिसंबर तक आयोजित होने वाले चंडीगढ़ शिल्प मेले के दौरान एनजेडसीसी युवा लोक कलाकार सम्मान पुरस्कार और वरिष्ठ लोक कलाकारों को आजीवन उपलब्धि पुरस्कार प्रदान करेंगे। लोक कलाकार पुरस्कार पिछले साल शुरू किए गए थे। इस वर्ष राज्यपाल पंजाब और अध्यक्ष एनजेडसीसी की पहल पर युवा लोक कलाकारों के लिए भी दो पुरस्कार स्थापित किए गए हैं।
बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने एनजेडसीसी की वित्त समिति और कार्यकारी बोर्ड द्वारा की गई सिफारिशों को भी मंजूरी दी, जिसमें वर्ष 2023-24 के दौरान कार्यक्रमों/गतिविधियों और गैर-कार्यक्रम पक्षों के लिए व्यय के रूप में 2300.00 लाख रुपये की मंजूरी; और 2024-25 के दौरान कार्यक्रमों/गतिविधियों और गैर-कार्यक्रम पक्षों के आयोजन के लिए 1600.00 लाख रुपये की बजट स्वीकृति शामिल है। राज्यपाल ने यह भी निर्देश दिया कि क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्रों के मूल उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए सभी कला रूपों को उचित महत्व दिया जाना चाहिए और युवा प्रतिभाशाली कलाकारों को प्रोत्साहित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ।
बैठक के दौरान उत्तराखंड की ‘पांडव लीला’ - पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया, साथ ही एनजेडसीसी द्वारा पिछले साल आयोजित प्रमुख कार्यक्रमों और उत्सवों की झलकियाँ भी दिखाई गईं। एनजेडसीसी के निदेशक फुरकान खान ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से एनजेडसीसी की कार्यप्रणाली और वित्तीय स्थिति के बारे में बताया।
फुरकान खान ने सदन को अवगत कराया कि संस्कृति मंत्रालय ने सभी विधाओं के कलाकारों के मानदेय की दरों में वृद्धि की है, जिसे केन्द्र में इसी वित्तीय वर्ष से लागू किया गया है। सदन ने संस्कृति मंत्रालय के प्रयास की सराहना की।
बैठक में संस्कृति मंत्रालय की संयुक्त सचिव अमिता प्रसाद सरभाई ने ऑनलाइन शामिल होकर सुझाव दिया कि सदस्य राज्यों और एनजेडसीसी में अच्छे समन्वय के साथ काम करना चाहिए ताकि सभी कलाकारों को संस्कृति मंत्रालय की योजनाओं का लाभ मिल सके। राज्यपाल ने एनजेडसीसी और इसके निदेशक के कामकाज की सराहना की। उन्होंने एनजेडसीसी के निदेशक और उनकी टीम को कड़ी मेहनत और दैनिक मामलों में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बधाई दी।
बैठक में अन्य सदस्यों के अतिरिक्त अमृत सिंह, आईएएस, निदेशक, पर्यटन और सांस्कृतिक मामले विभाग, पंजाब; हरि कल्लिक्कट, आईएएस, सचिव, सांस्कृतिक कार्य विभाग, यूटी चंडीगढ़; डॉ. पंकज ललित, आईएएस, निदेशक, भाषा और संस्कृति विभाग, हिमाचल प्रदेश; हरविंदर कौर, सचिव, जम्मू एण्ड कश्मीर कला, संस्कृति और भाषा अकादमी; पवित्र सिंह, पीसीएस, निदेशक उद्योग, यूटी चंडीगढ़; नजीर हुसैन, उप सचिव, लद्दाख कला, संस्कृति और भाषा अकादमी, कारगिल, यूटी लद्दाख आदि।
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