चंडीगढ़: बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर मोर्चा, पुलिस का लाठीचार्ज, पुलिस कर्मी भी हुए घायल
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 07 जनवरी। चंडीगढ़ में मंगलवार को कौमी इंसाफ मोर्चे ने बंदी सिखों की रिहाई की मांग को लेकर सीएम हाउस के घेराव की कोशिश की। इस दौरान सेक्टर-43 बस स्टैंड के पास पुलिस और मोर्चे के सदस्यों के बीच टकराव हुआ, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आपसी टकराव में कई पुलिस कर्मचारी भी घायल हो गए।
मोर्चे ने किया सड़क जाम, पुलिस का लाठीचार्ज
सुबह से ही चंडीगढ़ पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स ने सेक्टर-43 इलाके में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए थे। इसके बावजूद मोर्चा के सदस्य मोहाली से सेक्टर-43 तक पहुंच गए और सीएम हाउस की ओर कूच करने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम कर दी और आगे बढ़ने पर अड़े रहे। जब समझाइश के बाद भी वे नहीं माने, तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर इलाके को खाली कराया। इस झड़प में एक पुलिसकर्मी घायल हो गया।
घंटों लगा रहा जाम
प्रदर्शन के चलते सेक्टर-43 बस स्टैंड के आसपास के इलाके में कई घंटों तक जाम लगा रहा। इस दौरान आम लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। पुलिस ने बाद में स्थिति को काबू में कर लिया और जाम को हटवाया।
सजा पूरी कर चुके बंदियों की रिहाई की मांग
गौरतलब है कि कौमी इंसाफ मोर्चा 7 जनवरी 2023 से प्रदर्शन कर रहा है। उनकी प्रमुख मांग है कि देशभर की जेलों में बंद उन सिख बंदियों को रिहा किया जाए, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है। इसके अलावा, मोर्चा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी करने वालों को सख्त सजा देने की भी मांग कर रहा है। हालांकि, कुछ बंदियों पर गंभीर अपराध के मामले दर्ज होने के कारण उनकी रिहाई जटिल प्रक्रिया का हिस्सा है।
पुलिस और प्रशासन की ओर से फिलहाल स्थिति सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन मोर्चा अपनी मांगों पर अड़ा हुआ है।
अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here →
Click to Follow हिन्दी बाबूशाही फेसबुक पेज →