नई पीढ़ी कबूतर दौड़ के असली मतलब से अनजान है: सुखपाल सिंह सिद्धू
मलकीत रोनी ने कहा: पशु-पक्षी प्रेमियों के जुनून को समझना समय की मांग
मोहाली, 21 जनवरी, 2025 : कोई फिल्म निर्माता, कोई कबड्डी खिलाड़ी लोगों को पीछे छोड़कर निकल जाता था, इस तरह की अलग-अलग दोष पहले लोगों पर लगाए जाते थे और फिल्म कबूतरबाज भी इसी विषय पर आधारित फिल्म होगी यह बात आज प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता मलकीत सिंह रौनी ने सेक्टर 71 स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही।
फिल्म अभिनेता मलकीत सिंह रौनी, निर्देशक फिल्म कबूतरबाज के निर्माता सुखपाल सिंह सिद्धू और अन्य कलाकार पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। गौरतलब है कि फिल्म कबूतरबाज 24 जनवरी को रिलीज हो रही है। आज फिल्म के कलाकारों द्वारा इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया और फिल्म के बारे में जानकारी दी गई कबूतरबाज को पत्रकारों के साथ साझा किया गया।
फिल्म निर्देशक सुखपाल सिंह सिद्धू ने बताया कि इस फिल्म में वर्तमान पीढ़ी को कबूतर बाजी के बारे में जानकारी नहीं है जो लोग पहले किया करते थे, जिस कारण वे कबूतरबाजी को नकारात्मक मानसिकता से देखते हैं, जबकि यह अन्य खेलों की तरह नहीं है।
कबड्डी एक खेल बन गया है, इस तरह के अलग-अलग खेल होते थे, इसी तरह पुराने समय में कबूतरबाजी होती थी, जो पशु-पक्षी प्रेमियों का खेल है, वे अपने शौक के अनुसार खेल खेलते थे, लेकिन लोग इसे गलत नजरिए से देखते थे। हर किसी का नकारात्मक दृष्टिकोण है कि कबूतरबाजी बेकार है, लेकिन यह फिल्म दिखाती है कि यह एक शौक है और इसे एक खेल के रूप में खेला जाता है।
इस अवसर पर नगिंदर कक्कड़, संजीव कलेर, दिलावर सिंह सिद्धू, राजवीर सिंह ग्रेवाल, बलकार सिंह, पाली मांगट और जसविंदर जस्सी भी उपस्थित थे।
kk
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