हरियाणा में मौसम का कहर: आंधी-बारिश से भारी तबाही, सेंकडो एकड़ फसल राख, किसानों का रोष
चंडीगढ़,19 अप्रैल – हरियाणा में मौसम ने अचानक करवट बदली है। शुक्रवार देर रात आए तेज तूफान और बारिश ने कई जिलों में तबाही मचा दी। मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में अलर्ट जारी किया है। हिसार, सिरसा, झज्जर, कैथल और कुरुक्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
ओलावृष्टि और आग से फसलें तबाह
हिसार के बरवाला में ओलावृष्टि हुई, जबकि कई जिलों में तेज हवाओं और बिजली गिरने से खेतों में आग लग गई। सिरसा, झज्जर, कैथल, कुरुक्षेत्र और हिसार के 25 से ज्यादा गांवों में गेहूं की खड़ी फसल जलकर राख हो गई। अब तक 859 एकड़ फसल के नुकसान का अनुमान है।
कुरुक्षेत्र के पिहोवा में भयावह स्थिति
तेज हवा से आग की लपटें रिहायशी इलाकों तक पहुंच गईं। लोग घर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। हालांकि प्रशासन ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिए, लेकिन किसानों की मेहनत तब तक बर्बाद हो चुकी थी।
आंधी से जनजीवन अस्त-व्यस्त
तेज हवा के कारण कई जगहों पर पेड़ सड़कों पर गिर गए जिससे यातायात बाधित हो गया। बिजली के तार टूटने से कई क्षेत्रों में बिजली गुल रही। प्रशासन और पुलिस ने रातभर काम कर सड़कों को साफ किया, लेकिन कुछ इलाकों में शनिवार सुबह तक भी हालात सामान्य नहीं हो सके।
अंबाला में मंडियों में भी नुकसान
अंबाला में भी तेज बारिश हुई, जिससे अनाज मंडियों में रखी गेहूं की फसल भीग गई। इससे किसानों की परेशानी और बढ़ गई है।
हिसार सबसे गर्म, तापमान में उतार-चढ़ाव
शुक्रवार को प्रदेश का अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस के साथ हिसार के बालसमंद में रिकॉर्ड किया गया। वहीं फरीदाबाद में हल्की गिरावट देखी गई और तापमान 39 डिग्री तक रहा।
आने वाले 24 घंटे और भारी
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में फिर से आंधी और बारिश की संभावना जताई है। किसानों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने नुकसान के आकलन के लिए टीमें गठित कर दी हैं और राहत कार्य तेज कर दिए गए हैं।
किसानों को मुआवजे की मांग
किसान संगठनों ने सरकार से प्रभावित किसानों को फौरन मुआवजा देने की मांग की है। उनका कहना है कि फसल तैयार थी और मंडियों तक पहुंचने ही वाली थी, ऐसे में यह नुकसान बेहद गंभीर है।
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