भारत ने खोया अपना महान नेता: डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में निधन, कल होगा अन्तिम संस्कार
रमेश गोयत
चंडीगढ़/नई दिल्ली: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और विश्वप्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 वर्ष की आयु में बीती रात दिल्ली स्थित एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उम्र से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण उन्हें रात 8:06 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां रात 9:51 बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
अंतिम दर्शन और संस्कार
डॉ. सिंह का पार्थिव शरीर 28 दिसंबर को कांग्रेस मुख्यालय में अंतिम दर्शनों के लिए रखा जाएगा। सुबह 8 बजे से 10 बजे तक आम जनता उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेगी। इसके पश्चात, उनका अंतिम संस्कार राजघाट के पास पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
डॉ. मनमोहन सिंह: आर्थिक सुधारों के शिल्पकार
डॉ. मनमोहन सिंह का भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान अविस्मरणीय है। 1991 के आर्थिक सुधारों के प्रमुख शिल्पकार के रूप में उन्होंने भारत को नई आर्थिक दिशा दी। 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री के रूप में उन्होंने कुशल नेतृत्व दिया और उससे पहले वित्त मंत्री के तौर पर अपनी छाप छोड़ी। उनके कार्यकाल में भारत ने आर्थिक और सामाजिक विकास में कई मील के पत्थर पार किए।
प्रधानमंत्री मोदी और अन्य नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ. सिंह के आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह जी का भारतीय राजनीति और आर्थिक विकास में योगदान अद्वितीय है। उनका निधन देश के लिए एक अपूरणीय क्षति है।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत तमाम राजनीतिक नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
कांग्रेस और देश ने खोया मार्गदर्शक
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, “डॉ. सिंह ने अपने नेतृत्व में सुशासन की मिसाल पेश की। उनका जीवन हमें सादगी, ईमानदारी, और कर्तव्यनिष्ठा की प्रेरणा देता रहेगा।”
पंजाब के अमृतसर में शोक
पंजाब के अमृतसर में, जहां डॉ. सिंह का बचपन बीता, शोक की लहर है। स्थानीय लोगों ने कहा कि उन्होंने कभी अपनी जड़ों से नाता नहीं तोड़ा।
डॉ. मनमोहन सिंह का निधन भारतीय राजनीति में एक युग के अंत के समान है। उनकी विद्वता, दूरदर्शिता, और सादगी हमेशा याद की जाएगी।
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