बोर्ड प्रबंधन से बेनतीजा रही एटक की बैठक, संघर्ष जारी रखेगी यूनियन
रमेश गोयत
चंडीगढ़, 18 फरवरी – भाखड़ा-ब्यास इम्प्लाइज यूनियन एटक (ऐफी) द्वारा कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर चल रही क्रमिक भूख हड़ताल मंगलवार को 42वें दिन में प्रवेश कर गई। बीबीएमबी मुख्यालय, सेक्टर 19-बी, चंडीगढ़ में हुई बैठक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी, जिसके बाद यूनियन ने संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया।
यूनियन के महासचिव सुरेश कुमार सैनी ने प्रेस एवं सीआईडी के माध्यम से जानकारी दी कि सोमवार को अचानक बोर्ड कार्यालय से एक पत्र आया, जिसमें अध्यक्ष बीबीएमबी ने मंगलवार को प्रातः 11 बजे बैठक बुलाई थी। बैठक में यूनियन के प्रधान अशोक कुमार तलवाड़ा, संस्थापक एवं कानूनी सलाहकार कामरेड मोहन लाल वर्मा और महासचिव सुरेश कुमार सैनी को आमंत्रित किया गया। बैठक में उन लोगों को भी बुलाया गया, जो गैर-कानूनी तरीके से यूनियन का नाम इस्तेमाल कर रहे थे, जिस कारण कामरेड मोहन लाल वर्मा ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। इसके बाद, अध्यक्ष बीबीएमबी ने पुनः बैठक करने का प्रयास किया, और लगभग अढ़ाई घंटे तक चर्चा हुई।
यूनियन की मांगों के संबंध में मैनेजमेंट द्वारा जो आश्वासन दिया गया, वह यूनियन को संतोषजनक नहीं लगा, और उन्होंने बैठक से बाहर आकर संघर्ष जारी रखने का निर्णय लिया। यूनियन ने घोषणा की कि 11 मार्च से आमरण अनशन शुरू किया जाएगा, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
इस दौरान, भूख हड़ताल पर बैठे डेलीवेज मजदूर भलाई यूनियन के साथी सुभाष चंद और संजू कुमार को बरनाला यूनिट के प्रधान अजैब सिंह और दीदार सिंह ने जूस पिलाकर उठाया, और वे खुद अगले 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठ गए।
इसके अतिरिक्त, यूनियन ने करोड़ों रुपये के जिंक घोटाले की सीबीआई जांच की भी मांग की, ताकि संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके।
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